इसके बाद स्पीकर जब तक उठकर अपने कमरे में नहीं चले गए, वहां हंगामा खत्म नहीं हुआ.
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नई दिल्ली/इस्लामाबाद: जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने और अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने से टेंशन में आए पाकिस्तान ने मंगलवार को इस मसले पर चर्चा के लिए संसद के दोनों सदनों की आपात बैठक बुलाई थी, लेकिन वहां उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम यानि प्रधानमंत्री इमरान खान ही इस बैठक में नहीं पहुंचे. बस फिर क्या था, सदन में मौजूद सदस्यों ने जमकर हंगामा मचा दिया और वे शांत नहीं हुए. इसके बाद स्पीकर जब तक उठकर अपने कमरे में नहीं चले गए, वहां हंगामा खत्म नहीं हुआ.
Ruckus in Parliament of Pakistan as the Opposition objects to Prime Minister Imran Khan's absence from the joint session to hold a discussion on Kashmir. Session proceedings stopped even before starting as the Speaker left for his chamber. pic.twitter.com/eZrQfzvUM1
— ANI (@ANI) August 6, 2019
दरअसल, पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने जम्मू-कश्मीर पर भारत के फैसले को लेकर चर्चा के लिए आज (मंगलवार को) संसद के दोनों सदनों की आपात बैठक बुलाई थी. सोमवार को जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में नेशनल असेंबली और सीनेट की संयुक्त बैठक बुलाई गई थी. संयुक्त बैठक के लिए नेशनल असेंबली सचिवालय द्वारा एक एजेंडा भी जारी किया गया था.
उधर, भारत के इस कदम पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल जावेद बाजवा को अब पीओके की चिंता सताने लगी है. सोमवार को भारत ने जैसे ही कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त किया तो पाक सेना प्रमुख ने तुंरत कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए कमांडरों की मीटिंग कॉल कर दी. उन्होंने कॉर्प्स कमांडरों के साथ मंगलवार को लंबी बैठक की. जियो न्यूज के अनुसार, कॉर्प्स कमांडरों की बैठक का एजेंडा जम्मू एवं कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के भारत के कदम और नियंत्रण रेखा पर मौजूदा हालात तथा कश्मीर में उसके असर का विश्लेषण करना था.