पेट में अल्सर (stomach ulcer) एक आम समस्या है, जो पेट की अंदरूनी परत में घाव होने के कारण होती है. यह काफी तकलीफदेह हो सकता है और तेज दर्द का कारण बन सकता है. हालांकि, कई फैक्टर अल्सर का कारण बन सकते हैं, लेकिन हमारी कुछ रोजमर्रा की आदतें भी इस खतरे को बढ़ा सकती हैं. आज हम ऐसी ही 5 आदतों के बारे में बात करेंगे, जिनसे आपको बचना चाहिए.
अक्सर देर से भोजन करना या भूख लगने पर भी न खाना, पाचन तंत्र को बिगाड़ सकता है. पेट में एसिड का बनना तब भी ज्यादा होता है, जब आप लंबे समय तक भूखे रहते हैं. कोशिश करें कि आप दिनभर में छोटे-छोटे करके नियमित अंतराल पर भोजन करते रहें.
मसालेदार और तले हुए खाने से पेट की अंदरूनी परत में जलन हो सकती है. फैट रिच फूड भी पेट में एसिड के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे अल्सर का खतरा बढ़ जाता है. अपने भोजन में हरी सब्जियां और फल शामिल करें और फैट वाली चीजों का सेवन कम करें.
धूम्रपान न केवल फेफड़ों के लिए हानिकारक है, बल्कि यह पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुंचाता है. सिगरेट पीने से पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ जाता है और अल्सर का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप अल्सर से बचना चाहते हैं, तो धूम्रपान को पूरी तरह से छोड़ दें.
तनाव हार्मोन पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं और पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ा सकते हैं. लंबे समय तक तनाव में रहना अल्सर के खतरे को बढ़ा सकता है. योग, मेडिटेशन और व्यायाम जैसी तनाव कम करने वाली एक्टिविटी को अपनाएं.
कई दर्द निवारक दवाइयां, खासकर एस्पिरिन और आइबूप्रोफेन जैसी दवाइयां पेट की परत को कमजोर कर सकती हैं. इन दवाओं का ज्यादा सेवन अल्सर का कारण बन सकता है. जब तक डॉक्टर न बताए, दर्द निवारक दवाओं का सेवन कम से कम करें.
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