कई भाई-बहन ऐसे भी हैं, जिन्होंने बिजनेस की दुनिया में अपना नाम कमाया है. आज हम रक्षाबंधन के मौके पर देश से जुड़े ऐसे ही कुछ कारोबारी भाई-बहन की जोड़ियों के बारे में बताने वाले हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...
Rakhi 2023: रक्षाबंधन का त्योहार भाई और बहन के प्रेम का त्योहार होता है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है. साथ ही भाई खुशी-खुशी बहन को उपहार भी देता है. वहीं देश और दुनिया में ऐसे कई भाई-बहन भी मौजूद हैं, जिन्होंने कारोबार जगत में भी काफी नाम कमाया है. रक्षाबंधन के मौके पर इन्हीं भाई-बहन के बारे में आपको बताया जा रहा है, जिन्होंने साथ में मिलकर करोड़ों रुपयों की संपत्ति बनाई है. आइए जानते हैं...
ईशा, अनंत और आकाश अंबानी- देश और दुनिया में अंबानी परिवार काफी फेमस है. अब अंबानी परिवार को आगे बढ़ाने का काम मुकेश अंबानी के बेटे अनंत, आकाश और बेटी ईशा कर रहे हैं. बिजनेस जगह में तीने भाई बहन का नाम अब हर कोई जानता है. हाल ही में रिलायंस के एजीएम में कारोबारी मुकेश अंबानी ने ऐलान किया था कि अब उनके तीनों बच्चे रिलायंस इंडस्ट्री में निदेशक के तौर पर भूमिका निभाएंगे.
अदविता नायर और अंचित नायर- अमीर सेल्फ-मेड भारतीय महिलाओं में से एक फाल्गुनी नायर की ई-कॉमर्स नायका काफी फेमस है. अब फाल्गुनी अपने बच्चों जुड़वां भाई-बहनों अद्वैत नायर (ईडी, सीईओ, नायका फैशन) और अंचित नायर (ईडी, सीईओ, नायका ई-रिटेल) को कारोबार जगत में आगे बढ़ा रही है. अद्वैत और अंचित दोनों भाई-बहन अब कारोबार जगत में उतर गए हैं और अपनी पहुंच को बढ़ाने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग के साथ-साथ ऑफलाइन स्टोर्स दोनों में ब्यूटी और फैशन जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं.
विनीता और नीलेश- 1960 के दशक के अंत में देशबंधु गुप्ता के जरिए टीबी रोधी दवाएं बनाने के लिए ल्यूपिन इंडस्ट्रीज की स्थापना की गई थी. मुंबई स्थित फार्मा प्रमुख ल्यूपिन इंडस्ट्रीज की भारत में पहले से ही बहुत विश्वसनीयता है. गुप्ता के बच्चों विनीता और नीलेश के प्रयासों से कंपनी को अंतरराष्ट्रीय बाजार में आगे बढ़ने और अमेरिका और जापान में सफल प्रवेश करने में मदद मिली. अपने पिता के साथ मिलकर काम करने के बाद भाई-बहनों ने 2013 में दिन-प्रतिदिन के संचालन का कार्यभार संभाला, जिसमें विनीता को सीईओ और नीलेश को एमडी बनाया गया.
रोहन और प्राक्षी- राकेश शर्मा और उनकी पत्नी सुनीता ने 1995 में दिल्ली में आरके ज्वैलर्स की स्थापना की. 2011 में उनके बच्चे रोहन और प्राक्षी ने कारोबार में कदम रखा और आरके ज्वैलर्स को एक ऐसे ब्रांड में बदलना चाहते थे जो एक बढ़िया डिजाइन कलेक्शन प्रदान करता है, जो भारत के बाहर के ग्राहकों के लिए है. शर्मा भाई-बहन तनिष्क, कल्याण, मालाबार और अन्य जैसे ब्रांडों से प्रतिस्पर्धा से निपटने की योजना बना रहे हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़