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Chor Panchak 2021: पंचक काल (Panchak Kaal) को शुभ कामों के लिए अशुभ माना जाता है. शुभ काम करने के अलावा भी कई काम करने की इस दौरान मनाही रहती है. यहां तक कि पंचकों को लेकर मान्यता है कि इस दौरान यदि किसी की मृत्यु (Death) हो जाए तो मृतक के परिवार या खानदान में 5 और लोगों की मृत्यु हो जाती है या उन पर कोई बड़ा संकट आ जाता है.
इसके अलावा पंचकों में लंकापति रावण की मृत्यु (Ravana Death) हुई थी इसलिए भी 5 दिन के इस समय को अशुभ माना जाता है. 12 नवंबर 2021 से पंचक शुरू हो चुके हैं और ये पंचक चोर पंचक (Chor Panchak) हैं. इस दौरान कुछ काम नहीं करने चाहिए वरना बड़ी विपत्ति झेलनी पड़ सकती है.
चोर पंचक 12 नवंबर से शुरू हुए हैं, जो कि 15 नवंबर 2021 तक चलेंगे. धर्म और ज्योतिष के मुताबिक इस दौरान ये काम नहीं करने चाहिए.
- चोर पंचक के दौरान गलती से भी पैसे से जुड़ा कोई अहम लेन-देन न करें. यह नुकसान की वजह बनता है.
- चोर पंचक के दौरान यात्रा न करें.
- चोर पंचक में लकड़ी इकट्ठी न करें, ना ही लकड़ी खरीदें.
- इस दौरान गलती से भी ना तो बेड या चारपाई खरीदें, ना ही बनवाएं.
- इस दौरान घर की छत भी न बनवाएं.
- यदि किसी परिजन की मृत्यु हो जाए तो पंडित से पूछकर पंचक काल के नियमानुसार अंतिम संस्कार करें.
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पंचक किस दिन से शुरू हो रहे हैं, इस आधार पर उनका प्रकार या नाम तय होता है. जैसे रविवार से शुरू होने वाले पंचक को रोग पंचक, सोमवार से शुरू होने वाले पंचक को राज पंचक, मंगलवार के पंचक को अग्नि पंचक, शुक्रवार के पंचक को चोर पंचक, शनिवार से शुरू होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहते हैं. वहीं बुधवार और गुरुवार से शुरू होने वाले पंचक को तटस्थ माना जाता है, यानी कि ये ना तो शुभ होते हैं और ना ही अशुभ.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)