Trending Photos
Karj Mukti Ka Mandir: भारत में भगवान शिव के कई ऐसे मंदिर हैं जो अपने अपने खूबियों के लिए जाना जाते हैं. ठीक वैसे ही मध्यप्रदेश के उज्जैन जहां महाकालेश्वर के लिए भी जाना जाता है वहीं एक और ऐसा भगवान शिव का मंदिर है जहां भक्तों को दर्शन भर से किसी भी प्रकार के कर्जों से मुक्ति मिल जाती है.
यहां पर लोग केवल देश से ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग अलग कोनों से भी दर्शन करने के लिए आते हैं. भक्तों के बीच यह मंदिर ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर के नाम से काफी प्रचलित है. आइए विस्तार में इस मंदिर से जुड़ी खास बातों के बारे में जानें.
भक्तों के हर कर्ज को हर लेते हैं महादेव
ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर शिप्रा नदी के तट पर बना हुआ है. इस मंदिर में उन लोगों की भीड़ लगी रहती है जिनके कर्ज चुकाए ना चुक पा रहे हो. चाहे वो बैंक का लोन, बिजनेस लोन, घर का लोन, कोई व्यक्तिगत उधार और पर्सनल बैंक लोन आदि. यहां केवल दर्शनभर से ही व्यक्ति के सभी कर्ज मुक्त हो जाते हैं. बता दें कि दर्शन करने के बाद भक्तों के पास इतना पैसा आ जाता है कि वह आसानी से कर्ज के पैसे भर देते हैं.
कर्ज दूर करने के लिए शनिवार को होती है विशेष पूजा
शनिवार के दिन इस मंदिर में पूजा करना विशेष फलदायी माना गया है. दरअसल शनिवार को ऋणमुक्तेश्वर महादेव का विशेष अनुष्ठान किया जाता है. जिससे कि भारी से भारी कर्ज चूक जाते हैं.
दर्शन के लिए होती है एडवांस बुकिंग
शनिवार के दिन इस मंदिर में दर्शन के लिए एडवांस बुकिंग कराई जाती है. दरअसल एडवांस बुकिंग के बाद भी कई हफ्तों बाद भक्तों के दर्शन की बारी आती है. इसलिए जब भी दर्शन का प्लान बनाएं तो एडवांस बुकिंग अवश्य करा लें.
Vastu Tips For Kitchen: किचन में की गई ये भूल बन सकती है गरीबी की वजह, तिजोरी में नहीं टिकता पैसा
पीली पूजा का रखा जाता है विशेष ध्यान
ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर में कर्ज से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन पीली पूजा की जाती है, जिसका विशेष महत्व है. इस दौरान पूजा की अधिकतर सामग्री पीली ही होती है. इनमें चने की दाल, पीले फूल, हल्दी की गांठ और पीले गुड़ को पीले वस्त्र में बांध कर पोटली बनाना होता है. अब इस पोटली को शिप्रा नदी की बहती धारा में मनेकामना मांगते हुए बहा देना होता है. ऐसा करने से किसी भी प्रकार ऋण मुक्त हो जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)