James Webb Space Telescope News: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की मदद से MIT के वैज्ञानिकों ने प्रारंभिक ब्रह्मांड में कुछ ऐसा देखा है जो उन्हें हैरान कर रहा है. शुरुआती ब्रह्मांड के कुछ क्वासर 'बहुत अकेले' थे.
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Science News in Hindi: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) हमारे समय का सबसे बेहतरीन टेलीस्कोप है. इसकी मदद से वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड के उन रहस्यों से पर्दा उठाने में मदद मिली है जो शायद JWST के बिना दशकों तक संभव नहीं हो पाते. इसी तरह की चौंकाने वाली खोज में, JWST ने प्रारंभिक ब्रह्मांड में कुछ ऐसा देखा है कि खगोलशास्त्री हैरान रह गए. एक नई स्टडी से पता चला है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में कुछ क्वासर आश्चर्यजनक रूप से अकेले थे.
क्वासर क्या हैं?
क्वासर, ब्रह्मांड की सबसे चमकदार वस्तुओं में से हैं. ये उन आकाशगंगाओं के बेहद चमकदार केंद्र होते हैं जिनमें सक्रिय सुपरमैसिव ब्लैक होल मौजूद रहता है. जब ब्लैक होल अपने आस-पास की गैस और धूल को खींचता है, तो वह बहुत ज्यादा ऊर्जा छोड़ता है. क्वासर बिग बैंग के बाद के पहले कुछ सौ मिलियन वर्षों में पाए गए थे - जब ब्रह्मांड अपनी वर्तमान आयु का केवल कुछ प्रतिशत था - यह तथ्य लंबे समय से खगोलविदों को उलझन में डालता रहा है.
जेम्स वेब टेलीस्कोप ने क्या खोजा?
पहले यह माना जाता था कि शुरुआती क्वासरों का निर्माण आदिम पदार्थ के बेहद सघन क्षेत्रों में हुआ होगा. क्वासर के आसपास के इलाके में शुरुआती छोटी आकाशगंगाओं का भी निर्माण हुआ होगा. लेकिन 'द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल' में छपी नई रिसर्च दिखाती है कि कुछ शुरुआती क्वासर विचित्र रूप से बहुत अकेले थे.
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जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के डेटा का इस्तेमाल करते हुए, वैज्ञानिकों ने 13 बिलियन साल से भी पुराने 5 प्राचीन क्वासरों पर नजर डाली. एस्ट्रोनॉमर्स का अनुमान है कि क्वासरों का निर्माण बिग बैंग के 600 से 700 मिलियन वर्ष बाद हुआ. उनमें से कुछ बहुत भीड़भाड़ वाले इलाकों में थे, जबकि अन्य अंतरिक्ष के बहुत खाली हिस्सों में घूमते हुए नजर आए. इनके आसपास के इलाके में केवल कुछ ही भटकी हुई आकाशगंगाएं थीं.
भोजन के बिना इतने बड़े कैसे हुए?
स्टडी की फर्स्ट ऑथर और MIT में फिजिक्स की असिस्टेंट प्रोफेसर, अन्ना-क्रिस्टीना ईलर्स के मुताबिक , 'पिछली धारणा के उलट, हम पाते हैं कि ये क्वासर प्रारंभिक ब्रह्मांड के उच्चतम घनत्व वाले क्षेत्रों में नहीं हैं. उनमें से कुछ कहीं बीच में बैठे हुए प्रतीत होते हैं. यह समझाना मुश्किल है कि ये क्वासर इतने बड़े कैसे हो सकते हैं, जबकि ऐसा लगता है कि उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है.
उन्होंने कहा कि क्वासरों के बारे में बाकी सब कुछ लगभग एक समान है. ईलर्स ने कहा, 'उदाहरण के लिए, एक क्वासर के चारों ओर लगभग 50 आकाशगंगाएं हैं, जबकि दूसरे के चारों ओर केवल 2 हैं, और दोनों क्वासर ब्रह्मांड के समान आकार, आयतन, चमक और समय के भीतर हैं. यह देखना वाकई आश्चर्यजनक था.'
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यह संभव है कि क्वासर शायद उतने अकेले न हों, जितने वे नजर आते हैं. उनके चारों ओर आकाशगंगाएं हो सकती हैं जो शायद धूल और गैस से ढकी हुई हों, जिससे वे नजर से बच जाती हैं. लेकिन यह स्टडी ब्रह्मांड की शुरुआती संरचनाओं के निर्माण से जुड़ी हमारी समझ पर सवाल तो खड़े ही करती है.