Team India: राजेश चौहान के नाम एक फर्स्ट क्लास सेंचुरी भी है और वे बल्ले से टीम इंडिया को एक मैच जिता चुके हैं.
Trending Photos
नई दिल्ली: टीम इंडिया (Team India) में कई शानदार गेंदबाजों ने देश के लिए नाम कमाया है लेकिन कुछ सितारे ऐसे रहे जो अपनी चमक कुछ ही प्रदर्शन के दम पर बिखेरते रहे तो कुछ कई बार अनचाहे रिकॉर्ड के कारण तो कुछ विवादों के कारण चर्चा में रहे. गुरुवार को टीम इंडिया का एक पूर्व खिलाड़ी जन्मदिन मना रहा जिसके नाम एक खास रिकॉर्ड है जो बड़े बड़े गेंदबाजों के नाम नहीं हो सका. ये खिलाड़ी हैं राजेश चौहान (Rajesh Chauhan).
विवादों में रहा एक्शन
19 दिसंबर 1966 को जन्मे राजेश चौहान एक प्रॉमिसिंग स्पिनर थे. इस ऑफ स्पिनर का एक्शन ज्यादातर विवादों में रहा, पर वे हमेशा ही खुद को बेदाग साबित कर वापस आए. लेकिन चौहान को समय पर किस्मत का साथ मिलने के बजाए कुछ अनचाहे रिकॉर्ड भी उनके नाम जुड़े. राजेश गुरूवार को 53 साल के हो रहे हैं.
यह भी पढ़ें: युवराज सिंह ने बताया, क्या हुई थी विश्व कप-2019 की तैयारी में बड़ी गलती
क्या है वह खास रिकॉर्ड
चौहान के नाम एक बेहतरीन रिकॉर्ड है, उनके टीम में रहते टीम इंडिया ने कभी कोई टेस्ट नहीं गंवाया. उनके खाते में 21 टेस्ट में से टीम इंडिया के नाम 12 जीत और 9 ड्रॉ रहे. यह खास रिकॉर्ड टीम इंडिया के किसी भी और खिलाड़ी के नाम नहीं हैं.
और वह भुलाने लायक टेस्ट मैच
राजेश को एक और मैच के लिए याद किया जाता है. वह हैं 1997-98 में खेला गया भारत और श्रीलंका के बीच हुआ टेस्ट मैच. यह मैच कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया था जिसमें श्रीलंका ने पहली पारी में 6 विकेट पर 952 रन बनाकर पारी घोषित की थी. इस मैच में राजेश केवल एक ही विकेट ले सके थे. और उन्होंने इस पारी में 78 ओवर में 276 दिए थे.
क्या है उनका रिकॉर्ड
उन्होंने 21 टेस्ट में 47 विकेट और उसकी 17 पारियों में 98 रन बनाए. जबकि 35 वनडे में उन्होंने 29 विकेट लिए और 18 पारियों में 32 रन बनाए. उनके नाम एक फर्स्ट क्लास सेंचुरी भी थी. इसके अलावा उन्हें करांची वनडे में पाकिस्तान के आखिरी ओवर में सकलैन मुश्ताक को छक्का लगाकर टीम इंडिया को जीत दिलाने के लिए भी याद किया जाता है.