पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैच के दौरान मैदान पर अंपायर उल्हास गंधे से उलझ गए थे.
Trending Photos
नई दिल्ली: सुंदरम रवि और उल्हास गंधे की गलतियों से आईपीएल (IPL) में अंपायरिंग के स्तर पर सवाल उठे हैं, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने सार्वजनिक तौर पर अपना गुस्सा जाहिर करके इस बहस को जन्म दे दिया है कि क्या स्टार खिलाड़ी मैच अधिकारियों को आसानी से धमका देते हैं. अपने सुनहरे कैरियर में पहली बार दो बार के वर्ल्ड कप विजेता पूर्व भारतीय कप्तान धोनी मैदान पर अंपायर गंधे से उलझ गए जिन्होंने गुरुवार की रात आईपीएल (IPL) मैच में नोबॉल देने के बाद वापस ले ली थी.
मशहूर अंपायर के हरिहरन ने कहा, ‘‘स्टार खिलाड़ी अंपायरों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन अंपायरों को देखना है कि वे दबाव में आते हैं या नहीं. यह अंपायर की शख्सियत पर निर्भर करता है.’’
IPL 2019: 'कैप्टन कूल' ने खोया आपा, मैदान में अंपायर से बहस करने जा पहुंचे; देखें VIDEO
इससे पहले विराट कोहली ने एक अन्य मैच में लसिथ मलिंगा की नोबॉल पर ध्यान नहीं देने पर आईसीसी एलीट पैनल के अंपायर रवि पर अपना गुस्सा निकाला था. कोहली ने कहा था, ‘‘हम क्लब क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं. अंपायरों को चतुराई से काम लेना होगा.’’
IPL-12: अंपायर से भिड़कर भी बैन से बच गए धोनी, मिली बस इतनी सी सजा
कोहली को फटकार भी नहीं लगी जबकि आईसीसी आचार संहिता के तहत खिलाड़ी अंपायर के फैसले की सार्वजनिक तौर पर निंदा नहीं कर सकता. हरिहरन ने हालांकि कहा कि सभी अंपायर स्टार खिलाड़ियों के दबाव में नहीं आते और जो अपने फैसलों पर अडिग रहते हैं, उन्हें सम्मान मिलता है.
(इनपुट-भाषा)