बीसीसीआई पहले ही घोषणा कर चुका है कि इस साल आईपीएल का उद्घाटन समारोह नहीं होगा
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विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश): भारतीय टीम पिछले सप्ताह पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों की याद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में रविवार को यहां काली पट्टी बांधकर खेली. बीसीसीआई पहले ही घोषणा कर चुका है कि इस साल आईपीएल का उद्घाटन समारोह नहीं होगा और वह शहीद सैनिकों के परिजनों को लगभग 15 करोड़ रुपए की मदद देगा.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा था, ‘जिन जवानों ने अपनी जान गंवाई, उनके परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं. भारतीय टीम इस घटना से दुखी है. ’ उनका कहना है कि हम देश और बीसीसीआई के साथ खड़े हैं. सरकार और बोर्ड जो भी निर्णय लेते हैं, हम उसका सम्मान करेंगे.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर मांग कर रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना बंद कर देना चाहिए. कई खिलाड़ी हालांकि विरोधी देश के साथ खेलने के समर्थक हैं.
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पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे जो जम्मू-कश्मीर में पिछले 30 साल में सबसे घातक आतंकी हमला है. इस बीच मांग उठने लगी है कि भारत को 30 मई से इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने से इनकार कर देना चाहिए.
शास्त्री का बयान
मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि टीम सरकार के फैसले को स्वीकार करेगी. शास्त्री ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से बीसीसीआई और सरकार पर है. वे जानते हैं कि क्या हो रहा है और वे इस पर फैसला करेंगे. वो जो भी फैसला करते हैं, हम उसका पालन करेंगे. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर सरकार कहती है कि यह इतना नाजुक है कि आपको विश्व कप में खेलने की जरूरत नहीं है तो मैं सरकार के फैसले का पालन करूंगा. ’’
कड़ी कार्रवाई करे देश
वहीं, भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का मानना है कि पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को खत्म करने के लिए देश को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने हालांकि यह कहने से इनकार कर दिया कि पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप मैच का बहिष्कार किया जाना चाहिए या नहीं. चहल ने कहा, ‘‘इसे एक बार में ही खत्म कर देना चाहिए. हम इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकते.’’
बहिष्कार की मांग
हरभजन सिंह, सौरव गांगुली और और युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ियों ने जहां पाकिस्तान के पूर्ण बहिष्कार की मांग की है. वहीं, गावस्कर ने गुरुवार को कहा था कि अगर भारत अगर 16 जून को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने का फैसला करता है तो यह उसकी हार होगी.