Splendid Catch: सोशल मीडिया पर छह महीने पुराना ऋतुराज गायकवाड़ का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होने शानदार कैच पकड़ा था. लोगों को अभी उनकी स्किल की बारिकियां पसंद आ रही हैं.
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नई दिल्ली: टी20 क्रिकेट सहित दसरे फॉर्मेट में भी दो खिलाड़ियों के कैच पकड़ने की बहुत से उदाहरण देखने को मिल रहे हैं. इसमें एक खिलाड़ी बाउंड्री पर हवा में उछल कर बाउंड्री पार जाकर हवा में ही कैच पकड़ता तो है, लेकिन पैर जमीन पर लगने से पहले ही वह गेंद सीमा रेखा के अंदर खड़े अपने साथी की ओर उछाल देता है और वह साथी कैच पकड़ लेता है. इससे छक्का वाली गेंद कैच आउट वाली गेंद में बदल जाती है. पिछले एक दो सालों में दुनिया भर के स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ऐसी स्किल्स दिख रहे हैं, लेकिन इस मामले में महाराष्ट्र के ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) का एक खास कैच सोशल मीडिया पर वायर हो रहा है जिसमें वे एक बेहतरीन नमूना पेश करते दिख रहे है.
यह था वह कैच
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सुपर लीग ग्रुप ए के मुकाबले में महाराष्ट्र के फील्डर रुतुराज गायकवाड़ ने शानदार फील्डिंग का प्रदर्शन किया था. उन्होंने ऐसा करके रेलवे के बल्लेबाज मंजीत सिंह को आउट किया था. मंजीत सिंह ने मैच में विशाल गिते की गेंद पर छक्का लगाने की पूरी कोशिश की और उसमें सफल होते भी दिखे, लेकिन लॉन्ग ऑफ पर मुस्तैद गायकवाड़ ने लॉंग ऑन की ओर दौड़ लगाई, बाउंड्री लाइन पर उछलकर एक हाथ में गेंद पकड़ी और फिर अपने साथी दिव्यांग हिमगनेकर की तरफ फेंक दिया. हिमगनेकर ने दो से तीन कदम पीछे जाकर आसान कैच पकड़ लिया.
क्या खास था इस कैच में
इस कैच में वैसे को कोई खास बात नहीं रही, लेकिन जब लोगों ने रीप्ले देखा तो पाया कि पैर जमीन पर लगने से पहले कैसे गायकवाड़ ने गेंद के वेग का ही उपयोग किया और हाथ जब पीछे जा रहा था तभी पीछे से गेंद उछाल दी. रीप्ले में थर्ड अंपयार कोई नुस्ख नहीं निकाल से और नतीजा यह रहा कि मंजीत को पवेलियन आउट होकर वापस जाना पड़ा.
Catches don’t get more sensational than this(wait for slo-mo) pic.twitter.com/UPS6PHVxFC
— Mark Austin (@markaustintv) September 11, 2019
और क्या खास बात है इस कैच और उसके वीडियो की
सबसे खास बात इस वीडियो की यह है कि यह अभी का नहीं बल्कि लगभग छह महीने पुराना वीडियो है. दूसरी बात गायकवाड़ के अंदाज की तारीफ है जिसने इस वीडियो को वायरल किया है. इसकी तारीफ इंग्लैंड के प्रमुख तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी इस कैच की तारीफ की है. तीसरी बात यह कि मैच के लिहाज से यह कैच ज्यादा अहम नहीं था क्योंकि रेलवे की टीम यह मैच पहले ही गंवा चुकी थीं कयोंकि आखिरी गेंद पर उसे 22 रन बनाने थे जो कि कैच न होने पर भी नहीं बन सकते थे.