पाकिस्तान राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएपी) का कहना है कि मेजबान भारत ने उसके दो निशानेबाजों को वीजा नहीं दिया है.
Trending Photos
नई दिल्ली: आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप बुधवार (20 फरवरी) को भारत की मेजबानी में शुरू हो गया. इस वर्ल्ड कप में कुल 58 देशों के निशानेबाजों को हिस्सा लेना था. वीजा विवाद के कारण पाकिस्तान के निशानेबाज बुधवार को नई दिल्ली नहीं पहुंच पाए. पाकिस्तान इस मसले को लेकर अब अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ) पहुंच गया है. उसने आईएसएसएफ (ISSF) को पत्र लिखकर नई दिल्ली में होने वाले शूटिंग विश्व कप से टोक्यो ओलंपिक के लिए निर्धारित 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट का कोटा रद्द करने की मांग की है.
पाकिस्तान राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएपी) का कहना है कि 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट के लिए उसके दो निशानेबाजों जीएम बशीर और खलील अहमद को अभी तक वीजा नहीं दिया गया है. इसलिए उसने आईएसएसएफ से कोटा को रद्द करने का अनुरोध किया है. वैसे, एनआरएपी द्वारा आईएसएसएफ को पत्र लिखने से कुछ घंटे पहले ही भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने कहा विश्व कप में पाकिस्तानी निशानेबाजों के भाग लेने को लेकर कोई अड़चन नहीं है.
यह भी पढ़ें: World Cup: भारत-पाक के अलावा ये 2 टीमें खेलेंगी सेमीफाइनल, ऑस्ट्रेलिया दावेदार नहीं: लक्ष्मण
आईएसएसएफ के महासचिव एलेक्जेंडर रैटनर ने कहा कि सभी कोटा को आवंटित करने का निर्णय अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि आईओसी के अध्यक्ष व्लादिमीर लिसिन इस मामले के हल के लिए जल्द ही भारत के खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से मिलेंगे.
इस बीच, भारत ने साफ कर दिया है कि पुलवामा आंतकी हमले के बाद जारी हुए तनाव के बावजूद शूटिंग विश्व कप में पाकिस्तानी निशानेबाजों के लिए दरवाजे खुले हैं. भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के महासचिव डीवी. सीताराम राव ने कहा कि महासंघ सरकार की 'इच्छाओं और आदेशों' के अनुसार चलेगा. भारत तीसरी बार शूटिंग विश्व कप की मेजबानी कर रहा है.
नई दिल्ली के कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में शुरू हुए वर्ल्ड कप का ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिहाज से बेहद अहम है. इसमें टोक्यो ओलंपिक-2020 के 16 कोटा दांव पर हैं. इसमें हिस्सा लेने के लिए बुधवार को लगभग सभी देशों के निशानेबाज पहुंच गए. गुरुवार को ट्रेनिंग सेशन के बाद ओपनिंग सेरेमनी होगी. मुख्य मुकाबले शुक्रवार से शुरू होंगे.
(आईएएनएस)