टीम के कोच निकोलस फर्नांडेज ने कहा कि इस चैंपियन शिप के लिए बच्चों ने बहुत मेहनत की थी और आज उनकी मेहनत रंग लाई.
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नई दिल्लीः कौन कहता है कि बच्चे किसी से कम होते है और वह कुछ बड़ा काम नहीं कर सकते. तेलंगाना के बच्चों ने रविवार को कुछ ऐसा कि हर तरफ उनकी तारीफ की जा रही है. कोची के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में फुटबॉल की तरह खेले जाने वाले फुटसल मैच के फाइनल में तेलंगाना की टीम ने महाराष्ट्र को हराकर चैपियनशिप में कब्जा किया. रविवार को हुए दोनो टीमों के बीच का फुटसल मैच बेहद रोमांचक था, लेकिन अंत में तेलंगाना के नन्हें जाबाजों ने बाजी मारी. भारत के लिए फुटसल गेम नया है और धीरे धीरे इसमें खिलाड़ियों में इसमें रुचि बढ़ रही है. पुर्तगाल के महान फुटबॉल प्लेयर लुई फिगो और बाज्रील के स्टार खिलाड़ी रोनाल्डिन्हो ने साल 2016 में भारत में प्रीमियर फुटसल लीग की शुरुआत की थी.
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आपको बता दें कि फुटसल एसोशिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा 21 फरवरी से लेकर 24 फरवरी तक कोची के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में अंडर 13 फुटसल चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था. इसमें देशभर से कई टीमों ने हिस्सा लिया था. चैंपियनशिप में भाग लेने वाली सभी टीमों ने जोरदार परफार्मेंस दिया, लेकिन अंत में महाराष्ट्र और तेलंगाना की टीम फाइनल में पहुंची. बच्चों ने पूरे मैच के दौरान बहुत मेंहनत की और अपनी उम्र से कहीं बेहतर परफार्मेंस दिया. बच्चों के प्रदर्शन को देखकर उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता था.
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तेलंगाना और महाराष्ट्र के बीच हुए फाइनल मैच का एक एक पल सांसे थाम देने वाला था, दोनो ही टीमें एक दूसरे पर भारी पड़ रही थी. दोनो ही टीमों के बराबर अंक होने के बाद मैच टाई हो गया. टाई होने के बाद दोनो टीमों के बीच में पेनाल्टी शूटआउट खेला गया. पेनाल्टी शूटआउट में तेलंगाना की टीम महाराष्ट्र पर भारी पड़ी और एक भी मौका न गवांते हुए तेलंगाना के बच्चों ने चैंपियनशिप की ट्राफी अपने नाम कर ली. तेलंगाना टीम के कोच निकोलस फर्नांडेज ने कहा कि इस चैंपियन शिप के लिए बच्चों ने बहुत मेहनत की थी और आज उनकी मेहनत रंग लाई. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के सहयोग से ही यह संभव हो पाया है. चैंपियनशिप की ट्राफी की खुशी बच्चों के चेहरे पर साफ देखी जा सकती थी.