इस मौसम में पुडुचेरी घूम कर आइए, आध्यात्मिक शांति के साथ मौसम का भी आनंद उठाइए!
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इस मौसम में पुडुचेरी घूम कर आइए, आध्यात्मिक शांति के साथ मौसम का भी आनंद उठाइए!

श्री अरविंद आश्रम और पास बसे ऑरोविल में पूरी दुनिया से लोग भारत के अध्यात्म को जानने के लिए आते हैं. 

पुडुचेरी का समुद्र तट (फाईल फोटो)

नई दिल्ली: उत्तर भारत में मौसम के बदलते मिजाज के बीच आप अपनी छुट्टीयों की भी प्लानिंग कर रहे होंगे. इस बार छुट्टीयों की प्लानिंग अगर आप कर रहे हैं तो दक्षिण भारत के पुडुचेरी जरूर जाने का प्लान बनाइए. यहां आप बदलते मौसम का आनंद उठाने के अलावा आप आध्यात्मिकता के शीर्ष स्थान श्री अरविंद आश्रम में भी कुछ दिन ठहर सकते हैं. फ्रेंच आर्किटेक्ट वाले इस खुबसुरत शहर में आपके घूमने के लिए काफी कुछ है. जिनमें चर्च, कई संग्रहालय, मंदिरों के अलावा पास का ऑरोविल शहर है जिसे महर्षि अरविंद की अध्यात्मिक सहयोगिनी(Spritual collaborator) श्री मां (मीरा अल्फांसा) ने  1968 में बसाया था. 

श्री अरविंद आश्रम और पास बसा ऑरोविल में पूरी दुनिया से लोग महर्षि अरविंद के अध्यात्म को जानने समझने और शांति के लिए आते हैं. वैसे दक्षिण भारत के इस शहर को काफी शांत और रमणीय माना जाता है. जब उत्तर भारत में कंपकंपी ठंड आपको परेशान करता है तो समुद्र के पास स्थित इस शहर में तापमान आपको कभी कभी गर्मी का अहसास भी दिला सकता है. नवंबर से लेकर फरवरी तक पुडुचेरी को घुमने के लिए काफी सही समय माना जाता है.

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श्री अरविंद आश्रम (फोटो साभार- sriaurobindoashram.org)

श्री अरविंद आश्रम 
भारत के अध्यात्मिक राष्ट्रवाद के वाहक माने जाने वाले श्री अरविंद ने राजनीति से सन्यास लेने के बाद तत्कालीन फ्रेंच आधिपत्य वाले पुडुचेरी में योग का अभ्यास करना प्रारंभ किया था.. जिसे उन्होनें पूर्ण योग का नाम दिया था. 1920 में उन्होंने आश्रम की देखरेख श्री मां को सौंप अपनी साधना के लिए चले गए थें.. जिस दौरान श्री अरविंद सिर्फ दर्शन दिवस के मौके पर आम लोगों से मिलते थें.. यहां पर पुरे दुनिया भर के 3000 लोग पूर्ण योग की साधना करने वाले आश्रम में रहते हैं. जो यहां स्थित कई संस्थानों में काम कर ये साधक श्री अरविंद के बताए गए कर्म योग का पालन यहां कर रहे हैं. वहीं श्री अरविंद के शिक्षा पर आधारित विश्व का एक अनोखा स्कुल श्री अरविंद इंटरनेशनल सेंटर आफ एजूकेशन है. जहां आत्मा की शिक्षा(education of soul) की बात की जाती है. 

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ऑरोविल स्थित मातृमंदिर (फोटो साभार- auroville.org.in)

ऑरोविल

ऑरोविल में अभी दुनिया के कई भागों के लोग आकर बसे हुएं हैं. 1968 में फ्रांस से आई श्री मां ने दुनिया के हर देश की मिट्टी के साथ उस देश के प्रतिनिधियों को बुलाकर इस महानगर के स्थापना की घोषणा की थी. जो पूरी दुनिया में भारत की एकता को दिखा सकें. फिलहाल यहां पूरे विश्व के करीब 50 देशों के लोग साथ में रह रहे हैं. वैसे दुनिया के अलग- अलग देशों के लोग साथ में रहकर मानव एकता का संदेश पूरी दूनिया को देने का प्रयास कर रहे हैं. इस शहर में आप कुछ दिन रहकर जीवन को एक अलग तरीके से जानने और समझने का प्रयास कर सकते हैं.

इसके अलावा यहां आस पास कई खूबसूरत बीच भी हैं. जिनमें सेरेनिटी बीच, प्रोमेनाडे बीच, पाराडाईज बीज, माहे बीच, करायकल बीच शामिल है.

यहां पर ठहरने के लिए श्री अरविंद आश्रम के कई गेस्ट हाउस के अलावा कई होटल भी हैं. लेकिन पहले से बुकिंग करने से असुविधा से बचा जा सकता है. पुडुचेरी जाने के लिए सबसे नजदीक चेन्नई एयरपोर्ट है. जो यहां से 135 किलोमीटर है.. वहीं ट्रेन से चेन्नई जाकर बस से भी पांडिचेरी पहुंचा जा सकता है. 

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