गृह मंत्रालय का मानना है कि शमीमा बांग्लादेश की नागरिकता पर दावा करने की हकदार है. लेकिन दक्षिण एशियाई देश ऐसा नहीं मानता.
Trending Photos
ढाका: बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़ने के बाद वापसी की इच्छुक ब्रिटिश किशोरी का देश की नागरिकता पर कोई दावा नहीं है. ब्रिटिश सरकार ने उसकी नागरिकता रद्द करने का फैसला किया है. शमीमा बेगम नामक यह किशोरी 2014 में सीरिया चली गई थी. वहां के एक शरणार्थी शिविर में अपने बच्चे को जन्म देने के बाद अब वह ब्रिटेन लौटना चाहती है. मंगलवार को ब्रिटेन ने उसे अपनी नागरिकता से वंचित कर दिया.
बताया जाता है कि गृह मंत्रालय का मानना है कि शमीमा बांग्लादेश की नागरिकता पर दावा करने की हकदार है. लेकिन दक्षिण एशियाई देश ऐसा नहीं मानता. एक बयान में विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा ‘‘बांग्लादेश मानता है कि शमीमा बेगम बांग्लादेशी नागरिक नहीं है. वह जन्म से ही ब्रिटिश नागरिक है और उसने दोहरी नागरिकता के लिए बांग्लादेश में कभी आवेदन नहीं किया.’’
बयान के अनुसार, शमीमा के परिवार का बांग्लादेश से संबंध होने के बावजूद वह कभी इस देश में नहीं आई. इसलिए, उसे बांग्लादेश में प्रवेश की अनुमति देने का सवाल ही नहीं उठता.
शमीमा के परिवार की वकील तस्नीम अकुंजी ने पूर्व में कहा था कि किशोरी का जन्म ब्रिटेन में हुआ और उसके पास बांग्लादेशी पासपोर्ट कभी नहीं रहा.
(इनपुट भाषा)