Israel-Palestine Conflict: इजराइल पर फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास (Hamas) की ओर से किए गए हमले को लेकर लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह का बयान आया था. जिसके कुछ घंटों बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह को भी उसकी औकात बताते हुए उसके ठिकानों पर भीषण बमबारी करके धुंआ-धुंआ कर दिया है.
Trending Photos
Israel major attack on Hezbollah targeted after Hamas: मिडिल ईस्ट (Middle East) में भारी उथलपुथल मची हुई है. हमास (Hamas) के हमले से लहूलुहान इजरायल ने आतंकी संगठन को जड़ से खत्म करने का प्रण लिया है. इजरायल की सेना, राजनेता और एक-एक नागरिक कह रहा है कि न सिर्फ हमास बल्कि उनके मददगारों को भी नहीं बख्शा जाएगा. इस बीच इजरायल ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह पर बहुत बड़ा हमला किया है.
क्या बोला था हिजबुल्लाह?
फिलिस्तीन प्रायोजित आतंकी संगठन हमास ने हजारों रॉकेट दागे. हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के लोगों से कहा कि हम युद्ध में हैं. उसी बीच लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने कहा था कि गाजा की स्थिति पर वो नजर बनाए हुए हैं. हिजबुल्लाह ने बयान में कहा, 'इजराइल के खिलाफ ये एक निर्णायक प्रतिक्रिया थी...'
हिजबुल्लाह ने मिठाई बांटकर मनाया था जश्न
लेबनान में हिजबुल्लाह समर्थकों ने भी हमास के हमले के बाद खुलकर जश्न मनाया था. हिज्बुल्लाह आतंकवादियों ने हिज्बुल्लाह के झंडे के साथ फिलिस्तीनी झंडे लहराते हुए हमास के समर्थन में जमकर नारेबाजी की थी. वहां मौजूद आतंकवादी आने-जाने वालों को मिठाइयां बांट रहे थे.
एक आतंकी संगठन हमास के अचानक हमले से चोट खाए इजरायल ने दूसरे आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह को ध्यान में रखते हुए लेबनान से लगती उत्तरी सीमा पर इजराइल रक्षा बल (IDF) को एक्टिव करते हुए एक्शन लेने का आदेश दिया था. इजरायल के रक्षा मंत्री के कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक, रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने आईडीएफ की जरूरतों के हिसाब से रिजर्व फोर्स के मसौदे को मंजूरी देते हुए कहा था कि हालात का त्वरित मूल्यांकन के बाद एक्शन लिया जाएगा.
इन संगठनों ने भी मनाया था इजरायल पर हमले का जश्न
इजरायल पर हमास के हमले के बाद दुनियाभर के आतंकवादियों और कट्टरपंथियों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया था. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान ने हमास के आतंकवादी हमले का बचाव करते हुए अपना मुखर समर्थन दिया था. तालिबान ने ये तक कह दिया कि ईरान, इराक और जॉर्डन उसे इजरायल जाने के लिए रास्ता देने में मदद करें क्योंकि उसका मकसद येरूशलम को जीतना है.