इजराइल और फलस्तीन ने की पुलवामा हमले की निन्दा, संवेदना व्यक्त की
Advertisement
trendingNow1499639

इजराइल और फलस्तीन ने की पुलवामा हमले की निन्दा, संवेदना व्यक्त की

 इजराइली प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'हम हमले की चपेट में आए लोगों के परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं.'

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. (फोटो साभार - रॉयटर्स)

यरूशलम/रामल्ला: इजराइल और फलस्तीन दोनों देशों ने पुलवामा हमले की कड़ी निन्दा की है और इसे 'वीभत्स' तथा 'घृणित' करार दिया है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है.

फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे गए अपने संदेश में कहा कि फलस्तीनी 'दुखद हमले से दुखी हैं...और वे इस आतंकी हमले की निन्दा करते हैं.'

अब्बास ने अपने संदेश में लिखा है, 'हम इस वीभत्स कृत्य की निन्दा करते हैं और हम आपके प्रति, आपके लोगों के प्रति, आपकी सरकार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. ईश्वर हमले की चपेट में आए लोगों तथा उनके परिवरों के प्रति करुणा प्रदर्शित करें.'

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्ययाहू ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि यहूदी राष्ट्र 'घृणित' आतंकी हमले के बाद भारत के साथ खड़ा है.
उन्होंने लिखा, 'घृणित आतंकी हमले के बाद मैं अपने मित्र, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के सुरक्षाबलों और भारतीय लोगों के साथ खड़ा हूं.' इजराइली प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'हम हमले की चपेट में आए लोगों के परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं.'

नेतन्याहू का 11 फरवरी को मोदी से मिलने का कार्यक्रम था, लेकिन यह अन्य अंतरराष्ट्रीय कामकाज के चलते टल गया था. वह अब इजराइल में नौ अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले अन्य किसी सुविधाजनक तिथि पर नयी दिल्ली की यात्रा करने को लेकर आशान्वित हैं.

इजराइल में लोगों ने निकाला कैंडल मार्च
इस बीच, इजराइल में भारतीय समुदाय के लोगों ने भारतीय सैनिकों के सम्मान में शनिवार को कैंडल लाइट मार्च निकाला और दो मिनट का मौन रखा तथा भारतीय ध्वज लहराया.

इजराइल-तेलंगाना एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि सोमा ने कहा, 'हमारी सहनशीलता को कमजोरी के संकेत के रूप में देखा गया है. हमें इजराइलियों से सीखना चाहिए और इस घृणित कृत्य के षड्यंत्रकारियों को कड़ा सबक सिखाना चाहिए.' 

(इनपुट - भाषा)

Trending news