आज हम ऐसे अद्भुत निमंत्रण का विश्लेषण करेंगे, जिसकी दुनियाभर में चर्चा हो रही है और ये निमंत्रण पृथ्वी से 3 लाख 84 हज़ार 400 किलोमीटर दूर चंद्रमा की यात्रा पर जाने का है. सबसे खास बात ये है कि चंद्रमा की ये यात्रा पूरी तरह मुफ़्त में कराई जाएगी.
क्या आपको चंद्रमा पर चलने का निमंत्रण मिला? अगर नहीं मिला तो आज के हमारे इस विश्लेषण में हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे. आज जापान की एक बड़ी फैशन कंपनी के मालिक और अरबपति युसाकु मीजावा (Yusaku Maezawa) ने लोगों को अपने साथ चंद्रमा की यात्रा पर चलने के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी व्यक्ति चंद्रमा पर जाने के लिए खुद को रजिस्टर कर सकता है और इंटरव्यू की प्रक्रिया में शामिल हो सकता है. सबसे अहम बात ये कि चंद्रमा का चक्कर लगाने की ये यात्रा पूरी तरह मुफ़्त होगी.
Space X ने इस मिशन के लिए स्टारशिप नाम का एक रॉकेट तैयार किया है और इस रॉकेट में बैठ कर 10 से 12 लोग चंद्रमा की सैर पर जाएंगे. अनुमान है कि इस मिशन पर 5 बिलियन डॉलर यानी 35 हज़ार करोड़ रुपये ख़र्च होंगे और क्योंकि, ये एक निजी मिशन है इसलिए जापान के अरबपति ने इसकी सारी टिकटें खरीद ली हैं. अब उन्हें ऐसे 8 लोगों की तलाश है, जो इस अद्भुत यात्रा में उनका साथ दे सकें. अगर आप भी चंद्रमा की इस यात्रा पर उनके साथ जाना चाहते हैं, तो हम आपको बताते हैं कि आपको इसके लिए क्या करना होगा.
आप DearMoon.Earth नाम की वेबसाइट पर ख़ुद को रजिस्टर कर सकते हैं और इसके लिए 14 मार्च तक का समय दिया गया है. अगर आपको चुन लिया जाता है तो इसके बाद आपका एक ऑनलाइन इंटरव्यू होगा और अगर आप ऑनलाइन इंटरव्यू में भी पास हो गए तो आपको फाइनल इंटरव्यू में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा. इसमें आपका मेडिकल चेकअप भी किया जाएगा.
इस प्रक्रिया को अगर आपने पार कर लिया तो आपको चंद्रमा पर जाने का टिकट मिल जाएगा और ये टिकट पूरी तरह मुफ़्त होगा. कुल 8 लोग इस मिशन के लिए चुने जाएंगे और चंद्रमा का चक्कर लगाने की ये यात्रा 6 दिन में पूरी की जाएगी. हालांकि आज बहुत से लोगों के मन में ये भी सवाल है कि जापान के अरबपति को मुफ़्त में लोगों को चंद्रमा की यात्रा कराने से क्या हासिल होगा? इसके पीछे उन्होंने एक शर्त रखी है. शर्त ये कि वो जिन लोगों को अपने साथ लेकर जाएंगे उन्हें पृथ्वी पर वापस लौटने के बाद लोगों की मदद करनी होगी और समाज को नई दिशा देने के लिए रचनात्मक प्रयोग करने होंगे. यही वजह है कि उन्होंने दुनिया के अलग अलग हिस्सों से लोगों को अपने साथ ले जाने के लिए आमंत्रित किया है. उनका मानना है कि जब ये लोग मिशन से वापस लौटेंगे तो दुनिया के अलग अलग हिस्सों में ख़ूशबू की तरह फैल जाएंगे और इनके अनुभव और रचनात्मकता से पूरी दुनिया को लाभ होगा. Dear Moon नाम का ये मिशन 2023 में लॉन्च किया जाएगा. हालांकि इस मिशन के तहत कोई भी सदस्य चंद्रमा की सतह पर नहीं उतरेगा. असल में अंतरिक्ष यान चंद्रमा की परिक्रमा लगाते हुए पृथ्वी की कक्षा में पहुंचेगा और इस तरह 6 दिन में ये मिशन पूरा किया जाएगा.
हालांकि इस ख़बर में आज एक चिंता भी छिपी हुई है और इसे भी आज हम समझने की कोशिश करेंगे. आज से कुछ वर्ष पहले तक ये कल्पना भी नहीं की गई थी कि निजी कम्पनियां अंतरिक्ष से जुड़े Mission लॉन्च करेंगी. 2010 तक ज़्यादातर देश इसमें हिस्सा लेते थे और हर देश की अंतरिक्ष एजेंसी इसमें भाग लेती थी. लेकिन धीरे धीरे इसने एक व्यापार का रूप ले लिया और आज इंसान चंद्रमा पर ज़मीन ख़रीदने से लेकर, वहां जाने के लिए Space Craft बुक करा सकते है.
इस क़ानून के बाद अंतरिक्ष को लेकर नई सम्भावनाओं के द्वार खुले और कई कम्पनियां व्यापार की दौड़ में शामिल हो गईं. इसे समझने के लिए हम आपको ऐसी चार कम्पनियों के बारे में बताते हैं जो अंतरिक्ष को लेकर बड़े बड़े Missions पर काम कर रही हैं. सबसे पहली कम्पनी का नाम है Space X, जिसके CEO Elon Musk हैं और ये कम्पनी चंद्रमा के अलावा मंगल ग्रह पर इंसानों को बसाने की योजना पर काम कर रही है. इसके अलावा Amazon की Blue Origin कंपनी भी इस रेस का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य इंसानों को 2024 तक चंद्रमा पर ले जाना है
यही नहीं अमेरिका की एक और कंपनी पृथ्वी की कक्षा में लोगों को ले जाने के लिए दो करोड़ रुपये की टिकटें पहले ही बेच चुकी है. इनमें एक कंपनी ऐसी भी है, जो दुनिया का पहला Space Hotel विकसित कर रही है, जिसमें एक दिन रहने का ख़र्च 70 करोड़ रुपये होगा. चंद्रमा की सतह पर पहली बार इंसान के कदम 20 जुलाई 1969 को पड़े थे. तब अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA का Apollo 11 Mission सफल हुआ था और तीन एस्ट्रोनॉट चंद्रमा पर उतरे थे. तब उनमें नील आर्म्सस्ट्रॉन्ग भी थे.
यहां समझने वाली बात ये भी है कि इस तरह के मिशन से इन बड़ी कंपनियों की नेटवर्थ बढ़ जाती है और शेयर मार्केट में भी इन्हें काफ़ी फायदा होता है. अब हम आपको चंद्रमा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताते हैं. चंद्रमा ग्रह नहीं है, असल में ये पृथ्वी का एक उपग्रह है. अनुमान है कि अंतरिक्ष में आज से साढ़े चार करोड़ वर्ष पहले पृथ्वी और थीया नाम के एक ग्रह के बीच भीषण टक्कर हुई थी और इससे जो मलबा पैदा हुआ, उसके अवशेषों से ही चंद्रमा बना. धरती से चन्द्रमा का 57% भाग ही देखा जा सकता है. चंद्रमा की खुरदुरी सतह पर अस्थिर और हल्का वायुमंडल होने की संभावना व्यक्त की जाती है और यहां पानी भी ठोस रूप में मौजूद होने के सबूत मिले हैं.
चंद्रमा की सतह पर धूल का गुबार सूर्य उदय और सूर्य अस्त के समय मंडराता रहता है और इससे चंद्रमा का वातावरण एकदम शांत रहता है. चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी से कम है इसलिए वहां पर मनुष्य का वज़न लगभग 16.5 प्रतिशत कम हो जाता है. चंद्रमा से अब तक 3 पत्थर लाए गए हैं, जिनकी नीलामी अमेरिका के न्यूयॉर्क में थी. जिसमें ये पत्थर 8 लाख 50 हज़ार डॉलर यानी लगभग 6 करोड़ रुपये में बिके थे.
ट्रेन्डिंग फोटोज़