PM Modi in Uzbekistan: पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने उज्बेकिस्तान जा रहे हैं. यह सम्मेलन गुरुवार को उज्बेकिस्तान के समरकंद में होगा जो कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद प्रत्यक्ष उपस्थिति वाला सम्मेलन होगा.
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SCO Summit 2022: पीएम मोदी की उज्बेकिस्तान यात्रा को लेकर वहां रह रहे भारतीय समुदाय में खासा उत्साह है. ताशकंद में भारतीय समुदाय के लोगों के एक संगठन ‘इंडिया क्लब’ ने उज्बेकिस्तान में भारतीय राजदूत के माध्यम से पीएम मोदी के लिए एक उपहार भेजा है. क्लब ने सम्मान के प्रतीक के रूप में पीएम मोदी का चित्र एक उज़्बेक वॉल कारपेट पर चित्रित कर भेजा है.
इंडिया क्लब की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया, 'आज उज्बेकिस्तान में रह रहे 1800 भारतीयों की ओर से इंडिया क्लब ताशकंद ने उज्बेक वॉल कारपेट पर आपका चित्र आदर के स्वपरूप बनवाया है. आपने विनम्र निवेदन है कि इस छोटे से उपहार को स्वीकार करें.' इंडिया क्लब क गठन दस वर्ष पूर्व हुआ था. इसका मकसद उज्बेकिस्तान में रह रहे भारतीयों को एक मंच पर जोड़ कर रखना है.
समरकंद में होगा एससीओ सम्मेलन
बता दें पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने उज्बेकिस्तान जा रहे हैं. यह सम्मेलन गुरुवार को उज्बेकिस्तान के समरकंद में होगा जो कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद प्रत्यक्ष उपस्थिति वाला सम्मेलन होगा.
एससीओ का पिछला प्रत्यक्ष सम्मेलन 2019 में किर्गिस्तान के बिश्केक में हुआ था. उसके बाद 2020 में मॉस्को सम्मेलन कोविड-19 महामारी के कारण डिजिटल प्रारूप में हुआ था, वहीं 2021 का सम्मेलन दुशान्बे में मिश्रित प्रारूप में आयोजित किया गया था.
भारत एससीओ का पूर्णकालिक सदस्य है
एससीओ की शुरुआत जून 2001 में शंघाई में हुई थी. इसके छह संस्थापक सदस्य समेत आठ पूर्णकालिक सदस्य हैं. संस्थापक सदस्य देशों में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं. भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके पूर्णकालिक सदस्यों के रूप में शामिल हुए थे.
एससीओ के पर्यवेक्षक देशों में अफगानिस्तान, बेलारूस और मंगोलिया शामिल हैं, वहीं संवाद साझेदारों में कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका, तुर्की, आर्मीनिया एवं आजरबैजान हैं.
मोदी, शरीफ, पुतिन जिनपिंग एक ही सम्मेलन में लेंगे भाग
साल 2020 में कोविड महामारी सामने आने के बाद यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे.
जिनपिंग के शामिल होने की अचानक हुई घोषणा
कोविड की चिंताओं को छोड़ते हुए एससीओ सम्मेलन में चिनफिंग के शामिल होने की आकस्मिक घोषणा हुई. वह बुधवार को दो साल से अधिक समय की अवधि के बाद पहली बार चीन के बाहर गये हैं. वह जनवरी 2020 के बाद से अपनी पहली राजकीय यात्रा पर कजाकिस्तान गये और वहां से समरकंद में एससीओ सम्मेलन में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान जाएंगे.
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