एक-एक पैसे के लिए मोहताज हुआ ये देश, सरकारी कर्मचारियों को 1 साल से नहीं मिली सैलरी, एक-दूसरे को मार रहे लोग
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एक-एक पैसे के लिए मोहताज हुआ ये देश, सरकारी कर्मचारियों को 1 साल से नहीं मिली सैलरी, एक-दूसरे को मार रहे लोग

South Sudan: दुनिया के कई हिस्सों में दो देशों के बीच इस समय जंग चल रही है, लेकिन अफ्रीका के देश सूडान और दक्षिण सूडान में एक अलग तरह की जंग चल रही है. सूडान में पिछले 17 महीने से चल रहे गृह युद्ध चल रहा है. लोग भूखों मर रहे हैं, एक-एक पैसे के लिए मोहताज हैं. वहीं दक्षिण सूडान में सरकारी कर्मचारियों को 1 साल से सैलरी नहीं मिली है. पैसों की वजह से चुनाव नहीं हो पा रहे हैं. जानें पूरा मामला. 

एक-एक पैसे के लिए मोहताज हुआ ये देश, सरकारी कर्मचारियों को 1 साल से नहीं मिली सैलरी, एक-दूसरे को मार रहे लोग

Sudan Conflict: एक तरफ अफ्रीकी देश सूडान में 17 महीनों से भयंकर गृह युद्ध जारी है. देश की सेना और पैरामिलिट्री बलों के बीच संघर्ष चल रहा है. दूसरी तरफ दक्षिण सूडान की सरकार ने दिसंबर में होने वाले चुनाव को दो वर्ष के लिए स्थगित कर दिया है. सरकार का कहना है कि पहले जनगणना, स्थायी संविधान तैयार करने और राजनीतिक दलों के पंजीकरण जैसी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाना जरूरी है.

राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टुट गटलुआक ने शुक्रवार को कहा कि अब चुनाव 22 दिसंबर 2026 को होंगे और यह विस्तार महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को पूरा करने का अवसर प्रदान करेगा. कैबिनेट मामलों के मंत्री मार्टिन एलिया लोमुरो ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े संस्थानों और सुरक्षा विभाग की सिफारिशों के बाद चुनाव स्थगित किए गए हैं.

देश में नहीं है पैसा
राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर अबेदनेगो अकोक ने पिछले महीने कहा था कि देश में चुनाव संबंधी तैयारियां पूरी नहीं है. उदाहरण के लिए मतदाता पंजीकरण जून में शुरू हो जाना चाहिए था लेकिन धन की कमी के कारण यह अब भी लंबित है.

सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं, दक्षिण सूडान में मारे गए चार लाख लोग
उन्होंने कहा था कि देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है जिसके कारण लगभग एक वर्ष से सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है.  दक्षिण सूडान का गठन 2011 में हुआ था और यह दूसरी बार है जब देश में चुनाव स्थगित किए गए हैं. राष्ट्रपति साल्वा कीर और उनके पूर्व प्रतिद्वंद्वी तथा उप राष्ट्रपति रीक माचर ने 2018 में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिससे पांच साल से जारी गृह युद्ध समाप्त हुआ था. इस गृह युद्ध में जिसमें 400,000 से अधिक लोग मारे गए थे. 

सूडान में 20,000 लोगों की मौत
वहीं सूडान में सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच सत्ता को लेकर अप्रैल 2023 में संघर्ष जारी है. इस युद्ध से सूडान के आम नागरिकों को बड़ा नुकसान हुआ है और स्थिति दयनीय बनी हुई है. 13 मिलियन से ज्यादा लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं और मानवीय संकट गहरा होता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ ने रविवार को कहा कि इस युद्ध में 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. यानी जहां गाजा में इजराइल के हमलों से 40 हजार मौतें हुई हैं, वहीं सूडान में गृहयुद्ध के कारण 20 हजार मौतें हो गई हैं. भुखमरी का संकट यहां गाजा से भी ज्यादा भयावह है.

25.6 मिलियन लोग भूख से परेशान
संयुक्त राष्ट्र ने जुलाई में बताया था कि 25.6 मिलियन लोग खाने की कमी का सामना कर रहे हैं और विस्थापित लोगों के लिए बने कैंपों में भी खाने की कमी है. कुछ देशों और संगठनों ने पूरी सूडान में हथियारों के प्रतिबंध की मांग की, वहीं ब्रिटेन के उप राजदूत जेम्स करीउकी ने परिषद से कहा, “देशों को किसी भी पक्ष की लड़ाई में ताकत बढ़ाने से बचना चाहिए और दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता के लिए अपनी भूमिका निभानी चाहिए.”

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