अमेरिका की धमकी के आगे झुका चीन, ट्रंप ने कहा, मैं खुश हूं, अब देखेंगे आगे क्या होता है
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अमेरिका की धमकी के आगे झुका चीन, ट्रंप ने कहा, मैं खुश हूं, अब देखेंगे आगे क्या होता है

ट्रंप ने धमकी दी थी कि यदि एक मार्च तक समझौता नहीं होता है तो वह इसके बाद अतिरिक्त शुल्क लगाने के लिए तैयार हैं. 

.(फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि चीन अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करना चाहता है. ट्रंप ने द्विपक्षीय व्यापार पर वार्ता के लिए एक उच्च स्तरीय चीनी प्रतिनिधिमंडल की अमेरिकी यात्रा से पहले व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘चीन समझौता करना चाहता है.  हम देखते हैं कि क्या होता है.  हम जहां हैं, मैं उससे खुश हूं.  हम एक अर्थव्यवस्था के रूप में अच्छी स्थिति में हैं, वे शुल्कों के कारण उतनी अच्छी स्थिति में नहीं हैं. ’’ ट्रम्प चीन के साथ बड़े व्यापार घाटे को कम करना चाहते हैं. 

उन्होंने पिछले साल चीनी उत्पादों पर भारी आयात शुल्क लगाया था.  इसके जवाब में बीजिंग ने भी अमेरिकी उत्पादों पर आयात शुल्क लगा दिए थे. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर ट्रम्प और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पिछले साल दिसंबर में अर्जेंटीना में एक बैठक के दौरान व्यापार युद्ध को विराम देने और एक मार्च से पहले समझौता करने पर सहमति जताई थी. 

ट्रम्प ने भी तब तक चीनी उत्पादों पर कोई नया शुल्क नहीं लगाने पर सहमति जताई थी.  ट्रम्प ने धमकी दी थी कि यदि एक मार्च तक समझौता नहीं होता है तो वह इसके बाद अतिरिक्त शुल्क लगाने के लिए तैयार हैं. ट्रम्प ने कहा, ‘‘जैसा कि आप जानते हैं कि मैंने जो करार किया है उसकी समयसीमा जल्द ही समाप्त होने वाली है. 

चीन पर शुल्क बढ़ाए जाएंगे.  वे अमेरिकी कोष को अरबों डॉलर का भुगतान कर रहे हैं.  हमने पहली बार ऐसा किया है.  पहली बार ऐसा हुआ है कि चीन की ओर भी धन आ रहा है, अन्यथा हमारी ही तरफ से धन जा रहा था. ’’ ट्रम्प ने कहा कि उनके शी के साथ अच्छे संबंध हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि क्या होगा लेकिन हमारी चीन के साथ अच्छी बातचीत चल रही है. ’’

इससे पहले काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर्स के अध्यक्ष केविन हासेट ने ‘सीएनएन’ को बताया कि समझौता होने वाला है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि ऐसा हो सकता है.  वार्ता आगे बढ़ रही है.  काफी कुछ किया जाना बाकी है, लेकिन फिलहाल स्थिति अच्छी है. ’’बहुप्रतीक्षित बैठक से पहले चीन के उपराष्ट्रपति वांग किशान ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच में एकत्र प्रतिनिमंडल से कहा कि दोनों देशों को एक दूसरे की आवश्यकता है. 

इनपुट भाषा से भी 

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