ZEE जानकारी: लोकसभा चुनाव को लेकर इमरान खान ने दिया बयान
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ZEE जानकारी: लोकसभा चुनाव को लेकर इमरान खान ने दिया बयान

इमरान खान ने एक अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संस्थान को इंटरव्यू दिया है और ये इच्छा जताई है कि पाकिस्तान, भारत में बीजेपी की सरकार चाहता है ताकि कश्मीर की समस्या का हल निकल सके. 

ZEE जानकारी: लोकसभा चुनाव को लेकर इमरान खान ने दिया बयान

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले इमरान खान ने भारत के मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश है. उन्होंने एक अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संस्थान को इंटरव्यू दिया है और ये इच्छा जताई है कि पाकिस्तान, भारत में बीजेपी की सरकार चाहता है ताकि कश्मीर की समस्या का हल निकल सके. 

इमरान खान का ये बयान कुछ ही मिनटों में Social Media में Trend करने लगा . ख़ासतौर पर जम्मू कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टियों के नेता और अलगाव-वादी मानसिकता के लोग, ज़ोर शोर से इमरान खान के बयान को Share और Retweet करने लगे. टुकड़े-टुकड़े गैंग ने भी इमरान खान के बयान को हाथों हाथ लिया और ये आरोप लगाए कि बीजेपी को वोट देने का मतलब पाकिस्तान को वोट देना है क्योंकि इमरान खान चाहते हैं कि भारत में बीजेपी की सरकार बने . 

कुल मिलाकर टुकड़े-टुकड़े गैंग के सहयोग से इमरान खान अपनी योजना में पूरी तरह सफल रहे . उन्होंने भारत के वोटरों के मन को प्रभावित करने की कोशिश बहुत अच्छी तरह से की है . इसलिए आज ये बहुत ज़रूरी है कि हम इमरान खान के एजेंडे को Expose करें . सबसे पहले हमें ये देखना होगा कि आखिर इमरान खान का बयान क्या है ? 

इमरान ख़ान ने कहा है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली बीजेपी, लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करती है तो भारत के साथ शांति वार्ता के लिए बेहतर माहौल बन सकता है . भारत में अगर अगली सरकार विपक्षी पार्टी कांग्रेस की अगुवाई में बनती है तो वो राइट विंग वाली पार्टी बीजेपी से डरकर कश्मीर के मुद्दे को पाकिस्तान के साथ बातचीत के जरिए हल करने से पीछे हट सकती है . इमरान खान ने ये भी कहा कि नरेंद्र मोदी के शासन में कश्मीर ही नहीं, पूरे भारत में मुसलमान बड़े पैमाने पर अलगाव महसूस कर रहे हैं.

अब इमरान खान के इन दोनों बयानों में छुपे पाकिस्तान के राष्ट्रीय Propaganda को समझिए. आज भारत में बहुत सारे लोगों को इमरान खान के बयान पर भरोसा नहीं हुआ . लोगों के मन में ये सवाल उठा कि लगातार भारत सरकार पर आरोप लगाने वाले इमरान खान अचानक इतने मासूम कैसे हो गए ? और उन्हें नरेंद्र मोदी अच्छे क्यों लगने लगे?

आज पूरे देश को इमरान खान के पुराने बयानों पर गौर करना चाहिए . हम आपको इमरान खान का वर्ष 2016 में दिया गया एक बयान दिखाते हैं . इस बयान में इमरान खान ने कहा था कि प्रधानमंत्री बनने के बाद भी नरेंद्र मोदी Statesman नहीं बन पाए और उन्होंने पाकिस्तान के लोगों को बहुत मायूस किया है . तब इमरान खान ने कहा था कि नरेंद्र मोदी एक कट्टरपंथी हैं . 

इमरान के आज के बयान और पुराने बयान में फर्क है . पहले इमरान खान, नरेंद्र मोदी के खिलाफ आग उगल रहे थे और अब अचानक वो नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जता रहे हैं . इससे उनकी मंशा पर शक होता है.

हम आपको पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का भी एक बयान दिखाना चाहते हैं जिससे इमरान खान के चेहरे का नकाब उतर जाएगा . 

कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये बयान दिया था कि भारत 16 से 20 अप्रैल के बीच पाकिस्तान के ख़िलाफ़ फिर से कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है . 

आज 10 अप्रैल है. और आज अचानक इमरान खान का हृदय परिवर्तन हो गया है. उन्हें भारत में बीजेपी की सरकार और नरेंद्र मोदी बहुत अच्छे लगने लगे हैं . 

आज हम आपको पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में दिया गया इमरान खान का एक भाषण भी सुनवाना चाहते हैं . इस भाषण में इमरान खान ने विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई का ऐलान किया था. इसी भाषण में इमरान खान ये भी कहा था कि पाकिस्तान को ये डर था कि कहीं भारत मिसाइल से हमला ना कर दे .

अगर इमरान खान को मौजूदा भारत सरकार से इतना डर लगता है तो फिर आज वो भारत में मोदी सरकार की वापसी क्यों चाहते हैं ? इसका मतलब है कि इस बयान के पीछे कोई छुपा हुआ Agenda है.

इमरान खान ने अपने बयान में ये भी कहा है कि नरेंद्र मोदी के शासन में कश्मीर ही नहीं, पूरे भारत में मुसलमान बड़े पैमाने पर अलगाव महसूस कर रहे हैं . 

सवाल ये है कि इमरान खान को भारत के मुसलमानों की इतनी चिंता क्यों हैं ? इमरान खान मुसलमानों के अलगाव की बात इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि इमरान खान और पाकिस्तान की सरकार की ये मानसिकता है कि भारत में रहने वाला मुसलमान, पाकिस्तान का Asset यानी पाकिस्तान का मददगार है .

आज हम आपको इमरान खान की कैबिनेट में संसदीय कार्य राज्य मंत्री अली मुहम्मद खान का बयान भी सुनवाना चाहते हैं . जिसमें वो भारत के मुसलमानों की मदद से भारत के खिलाफ गज़वा-ए-हिंद का ऐलान कर रहे हैं . इमरान खान के शांति और अमन वाले एजेंडे की पोल खोलने के लिए ये बयान दिखाना बहुत जरूरी है . 

ये पाकिस्तान की सरकार के एक मंत्री का बयान है.  लेकिन इस बयान में सच्चाई नहीं है. सच ये है कि भारत का मुसलमान बहुत देशभक्त है . 

आज हम आपको AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान सुनवाना चाहते हैं . ओवैसी ने पाकिस्तान के एक News Channel के स्टूडियो में बैठकर पाकिस्तान के लोगों को ये नसीहत दी थी कि वो भारत के मुसलमानों की चिंता ना करे . भारत के पास एक संविधान है और इसके माध्यम से भारत के मुसलमान अपनी समस्या को सुलझा सकते हैं . आज ये बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी ज़रूर सुनना चाहिए.

असल में पाकिस्तान, भारत में एक कमज़ोर सरकार चाहता है . एक ऐसी सरकार जिसकी सहनशीलता बहुत ज्यादा हो . वो एक ऐसी सरकार चाहता है जो पाकिस्तान के हर आतंकवादी हमले को हंसकर झेलती रहे और पाकिस्तान के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई करने की बजाय, सिर्फ आतंकवादियों के खिलाफ Dossier भेजकर संतुष्ट हो जाए . 

इमरान खान ये जानते हैं कि वो भारत में जिस नेता का समर्थन करेंगे, उस नेता की स्थिति भारत की जनता के बीच कमज़ोर होगी . इसीलिए उन्होंने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमज़ोर करने के लिए, दोबारा भारत में मोदी सरकार बनाने की इच्छा जाहिर की है . 

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