तबलीगी जमात के इन 10 'गुनाहों' का अंजाम भुगत रहा है देश

तबलीगी जमान ने जो उत्पात मचया है वो कोई भूल, चूक या गलती नहीं बल्कि गुनाह की श्रेणी में आता है. जिस गुनाह का नतीजा आज पूरा देश भुगतने को मजबूर हो गया है. इस मजहबी जमात के उन 10 गुनाहों से आपको रूबरू करवाते हैं, जिसने हर किसी की जिंदगी संकट में लेते आई है.

Written by - Ayush Sinha | Last Updated : Apr 2, 2020, 08:39 AM IST
    1. तबलीगी जमात के 10 'गुनाह'
    2. जमात ने देश में मचाया "कोरोना उत्पात"
    3. दिल्ली की मस्जिदों में कितने विदेशी?
    4. मजहबी जमात की नीयत का गणित!
तबलीगी जमात के इन 10 'गुनाहों' का अंजाम भुगत रहा है देश

नई दिल्ली: तबलीगी का मतलब है अल्लाह की बातों का प्रचार-प्रसार करना, जमात का मतलब होता है समूह. यानी अल्लाह की कही बातों का प्रचार प्रसार करने वाले समूह को तबलीगी जमात कहते हैं. लेकिन अब ये तबलीगी जमात कई देशों में कोरोना फैलने की वजह बन गई है. आपको तबलीगी जमात के वो दस गुनाह बताते हैं, जिसका अंजाम आज देश भुगत रहा है.

तबलीगी जमात के 10 'गुनाह'

गुनाह नंबर 1- धारा 144 के बावजूद दिल्ली के जमात में रुके रहे
गुनाह नंबर 2- 'कोरोना काल' में मुस्लिमों को मस्जिद आने के लिए भड़काया
गुनाह नंबर 3- मुस्लिमों को सामाजिक दूरी नहीं मानने के लिए उकसाया
गुनाह नंबर 4- गृह मंत्रालय और दिल्ली सरकार की एडवाइज़री नहीं मानी
गुनाह नंबर 5- एडवाइज़री के बावजूद कोरोना टेस्ट के लिए आगे नहीं आए
गुनाह नंबर 6- कोरोना संक्रमित विदेशियों की जानकारी छिपाई
गुनाह नंबर 7- विदेश से आए जमातियों को समय पर वापस नहीं भेजा
गुनाह नंबर 8- पुलिस के समझाने के बाद जमात को छोड़कर नहीं गए
गुनाह नंबर 9- मुस्लिम नागरिकों को डॉक्टरों की सलाह मानने से रोका
गुनाह नंबर 10- NSA डोवल के हस्तक्षेप से पहले मरकज़ खाली नहीं किया

क्या है तबलीगी जमात का 'डोवल कनेक्शन'? जानिए यहां

जमात ने देश में मचाया "कोरोना उत्पात"

तबलीगी जमात को अब जाकर पूरी तरह से खाली कराया गया है, जबकि लॉकडाउन 24 मार्च से है और 12 मार्च से देखें तो लगातार दिल्ली सरकार भीड़ ना जुटाए जाने को लेकर, सामाजिक दूरी के नियम का पालन करने को लेकर लगातार एडवाइज़री जारी कर रही थी. यहां तक कि 23 मार्च को दिल्ली पुलिस ने जमात के मैनेजमेंट से जुड़े कुछ लोगों को बुलाकर बाकायदा समझाया भी था कि आप अपने धार्मिक कार्यक्रम बंद कर दें. कोरोना संकट में भीड़ जुटाना अच्छी बात नहीं है, लेकिन जमात अपनी जिद पर अड़ा रहा.

अब आपको हम बताते हैं कि दिल्ली कैसे मस्जिदों में ठिकाना बनाए विदेशी लोगों की वजह से कोरोना के बड़े खतरे में चल रही है. 16 मस्जिद, 163 विदेशी का पूरा गणित समझाते हैं

दिल्ली की मस्जिदों में कितने विदेशी?

  • वजीराबाद की जामा मस्जिद में इंडोनेशिया के 12 लोग
  • तुर्कमान गेट की छोटी मस्जिद में इंडोनेशिया के 11 लोग
  • मालवीय नगर हौज रानी की बड़ी मस्जिद में इंडोनेशिया के 12 नागरिक
  • मालवीय नगर की जहांपनाह मस्जिद में किर्गिस्तान के 13 नागरिक
  • शास्त्री पार्क की वाजिद मस्जिद इंडोनेशिया के 11 नागरिक
  • शास्त्री पार्क की रशीदिया मस्जिद में इंडोनेशिया के 13 लोग
  • वेलकम इलाके की खजूर वाली मस्जिद में इंडोनेशिया के 8 नागरिक
  • चांदनी महल की पठान वाली मस्जिद में इंडोनेशिया के 12 नागरिक और मलेशिया 8 मिले
  • चांदनी महल की छोटी मस्जिद में इंडोनेशिया के 9 लोग
  • चांदनी महल की कीकर वाली मस्जिद  में भी इंडोनेशिया के 13 नागरिक
  • लाल कुआं, प्रह्लादपुर की फातिमा मस्जिद में  इंडोनेशिया के 9 लोग

चांदनी महल की सुई वालान मस्जिद में इंडोनेशिया के 10 अल्जीरिया के 7 और इटली का 1 बेल्जियम का 1 नागरिक और प्रह्लादपुर की मेवाती मस्जिद में इंडोनेशिया के 9 लोगों का पता चला है.

तबलीगी जमात की 'टेरर कुंडली'! "आतंकी कनेक्शन" का सच जानिए

ऐसे में एक जमात की करामात की सजा पूरा देश भुगतने को मजबूर हो गया है. लेकिन इन जमात के लोगों की लारपवाही की जितनी निंदा हो उतनी कम होगी, क्योंकि इनका ये गुनाह निश्चित तौर पर माफी के काबिल नहीं है.

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