नई दिल्ली: कुछ पार्षदों के हंगामे के बीच दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के सदन की कार्यवाही मंगलवार को महापौर और उप महापौर का चुनाव कराए बिना स्थगित कर दी गई. महापौर चुनाव के लिए दूसरी बार सदन की बैठक बुलाई गई लेकिन यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई जिसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षदों और विधायकों ने प्रदर्शन किया.
बिना मतदान कराए सदन की कार्यवाही स्थगित
एमसीडी सदन की छह जनवरी को पिछली बैठक के दौरान हुई अव्यवस्था की पुनरावृत्ति से बचने के लिए सदन कक्ष, सिविक सेंटर परिसर में भारी सुरक्षा तैनाती थी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आप सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद पीठासीन अधिकारी, भाजपा पार्षद सत्या शर्मा ने बिना मतदान कराए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
आप के सभी पार्षद, पार्टी के 13 विधायक तथा तीन सांसद सदन में बैठ गए और भाजपा पार्षदों से वापस आने की मांग की ताकि महापौर का चुनाव कराया जा सके. आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा, 'जब तक भाजपा पार्षद वापस नहीं आते और चुनाव नहीं हो जाते, तब तक हम सदन से बाहर नहीं निकलेंगे. चुनाव होने तक हम यहां बैठेंगे.'
महापौर पद के लिए भाजपा की उम्मीदवार और शालीमार बाग से तीन बार की पार्षद रेखा गुप्ता ने भी सिविक सेंटर पर धरना दिया. गुप्ता ने दावा किया कि आप ने हंगामा शुरू किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
महिला पार्षद को एमसीडी सदन में किसने दिया धक्का?
रेखा ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, 'आप पार्षदों में से एक प्रवीण ने हमारी महिला पार्षद को धक्का दिया और मैंने (आप विधायक) आतिशी से इस घटना की शिकायत की. वे हंस रहे थे और धक्का-मुक्की कर रहे थे.' यह 15 दिनों में दूसरा मौका है जब हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी और महापौर का चुनाव नहीं हो सका.
दिल्ली में मेयर चुनाव का 'महासंग्राम'
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— Zee Delhi-NCR Haryana (@ZeeDNHNews) January 24, 2023
पार्षदों और मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाने तक कार्यवाही काफी हद तक सुचारू रूप से चली. शपथ के बाद सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई, इस दौरान कई भाजपा पार्षद अपनी सीट छोड़कर नारेबाजी करने लगे. भाजपा पार्षद उस बेंच की ओर गए, जहां आप पार्षद बैठे थे और नारेबाजी की. इसके बाद दोनों दलों के कुछ पार्षदों के बीच सदन के एक गलियारे में तीखी नोकझोंक हुई. इसके बाद पीठासीन अधिकारी ने अगली तारीख तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने कहा, 'सदन की कार्यवाही इस तरह नहीं चल सकती.. सदन की कार्यवाही को अगली तारीख तक के लिए स्थगित किया जाता है.' इस कदम से नाराज आप ने भाजपा पर सदन को स्थगित करने का आरोप लगाया क्योंकि उसके पास महापौर चुनाव के लिए संख्या नहीं है.
'भाजपा के पास संख्या बल नहीं है, इसलिए...'
दुर्गेश पाठक ने कहा, 'भाजपा के पास संख्या बल नहीं है, इसलिए उन्होंने सदन को स्थगित कर दिया है. हमारे सभी पार्षद यहां बैठे हैं. अगर आपमें दम है तो आइए और मतदान करवाइए. दिल्ली के जनादेश का सम्मान कीजिए.'
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस बार सुरक्षा बढ़ा दी गई. बड़ी संख्या में नागरिक सुरक्षा कर्मियों, महिला सदस्यों और मार्शल को तैनात किया गया था. छह जनवरी को सदन की पहली बैठक के दौरान हुई अव्यवस्था से बचने के लिए एमसीडी के मुख्यालय सिविक सेंटर के परिसर में भारी सुरक्षा प्रबंध किए गए थे.
एमसीडी की छह जनवरी को पहली बैठक महापौर और उप महापौर का चुनाव किए बिना स्थगित कर दी गई थी. उस दिन आप पार्षदों ने पहले 10 'एल्डरमैन' को शपथ दिलाने के पीठासीन अधिकारी के फैसले का जोरदार विरोध किया था.
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