शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ धाम समिति पर लगाया आरोप, बोले- 'गायब है 228 किलो सोना'

Kedarnath Golds Scam: दिल्ली में बनने वाले केदारनाथ मंदिर पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ धाम में 228 किलो सोने का घोटाले का आरोप लगाया है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 15, 2024, 05:57 PM IST
  • शंकराचार्य स्वामी ने केदारनाथ धाम पर लगाया आरोप
  • शंकराचार्य स्वामी ने कहा 'गायब है 228 किलो सोना'
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ धाम समिति पर लगाया आरोप, बोले- 'गायब है 228 किलो सोना'

नई दिल्ली: ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ धाम में 228 किलो सोने का घोटाला होने का बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया जाता है? वहां पर घोटाला करने के बाद अब  दिल्ली में केदारनाथ बनेगा? फिर से घोटाला होगा. केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब है. अभी तक इसकी जांच शुरू नहीं हुई है. इसका जिम्मेदार कौन है? 

कहीं पर भी केदारनाथ धाम नहीं बनाया जा सकता है -शंकराचार्य 
मुंबई में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर से बाहर निकलने पर मीडिया ने उनसे सवाल किया कि दिल्ली में केदारनाथ धाम जैसा मंदिर बनाने की बात हो रही है. इस पर आपकी क्या राय है. इस सवाल का तीखा जवाब देते हुए शंकराचार्य ने कहा कि 12 ज्योतिर्लिंगों की एक परिभाषा और नियम होता है. कहीं पर भी केदारनाथ धाम नहीं बनाया जा सकता है. उन्होंने इस दौरान 228 किलो सोने के घोटाले के बारे में भी कहा है. 

मंदिर के नाम पर घोटाला 
शंकराचार्य ने कहा कि केदारनाथ में सोना का घोटाला हुआ है. इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया जाता है. वहां पर घोटाला करने के बाद अब दिल्ली में केदारनाथ बन रहा है ? अब एक और घोटाला हो जाएगा. बता दें कि पिछले साल 2023 केदारनाथ धाम के एक पुजारी ने आरोप लगाया था कि 125 करोड़ रुपये के सोने का घोटाला हो गया है. मंदिर में सोना लगाना था, लेकिन सोने की जगह मंदिर में ब्रास का इस्तेमाल किया गया. मंदिर समिति ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. वहीं शंकराचार्य ने फीर से इस मुद्दे को उठाया है. उनका कहना है कि केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब है. कोई जांच नहीं हुई है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है. 

नहीं होने देंगे सफल 
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के अस्तित्व और महत्व को कम करने की किसी भी योजना को सफल नहीं होने दिया जाएगा. शंकराचार्य जी ने कहां कि प्राइवेट ट्रस्ट के द्वारा केदारनाथ धाम नाम से मंदिर के भूमि पूजन में मुख्यमंत्री और विधायकों का होना उचित नहीं है. इसमें उत्तराखंड की सरकार को विचार करना चाहिए. महाराज ने आगे कहा कि केदारनाथ धाम नाम से कहीं भी मंदिर की स्थापना नहीं की जा सकती है. अगर वह मंदिर की स्थापना करना चाहते हैं तो वह किसी अन्य नाम से मंदिर को स्थापित कर सकते हैं. इसके कोई परेशानी या आपत्ति नहीं है. 

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