कृषि कानून दोबारा लाने का प्रस्ताव नहीं, भ्रम न फैलाए कांग्रेसः कृषि मंत्री

केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट 2006 में आई थी लेकिन कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने इसे लागू करने की जगह दबाए रखा.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 26, 2021, 05:30 PM IST
  • जानिए क्या बोले कृषि मंत्री
  • कहा- बीजेपी किसानों की मददगार
कृषि कानून दोबारा लाने का प्रस्ताव नहीं, भ्रम न फैलाए कांग्रेसः कृषि मंत्री

नई दिल्लीः केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने स्पष्ट किया है कि कृषि सुधार कानून दोबारा लाने का सरकार का कोई प्रस्ताव या विचार नहीं है. केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों का मान रखने के लिए कृषि सुधार कानून वापस लेने का निर्णय लिया है.

मोदी सरकार ने उठाए ऐतिहासिक कदम
तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने विगत साढ़े सात वर्षों में किसानों के कल्याण एवं कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं. कृषकों की आय सशक्तिकरण के लिए 6 हजार रूपए वार्षिक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्रदान की जा रही है.

फसल बीमा योजना का मिला लाभ
 प्राकृतिक आपदा से फसल को क्षति की स्थिति में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए बड़ा संबल बनकर उभरी है. एक लाख करोड़ रूपए के कृषि अवसंरचना कोष एवं 10 हजार कृषक उत्पादक संगठनों की स्थापना से कृषि क्षेत्र में बड़े नवाचार किए जा रहे है.

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केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट 2006 में आई थी लेकिन कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने इसे लागू करने की जगह दबाए रखा. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में स्वामीनाथन कमेटी की अनुशंसाओं को किसानों के हित में लागू करने का कार्य किया गया है.तोमर ने कहा कि कांग्रेस अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए व्यर्थ के भ्रम फैलाने का लगातार प्रयास कर रही है. किसानों को इससे सावधान रहना चाहिए.

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