नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच देश 15 अगस्त को अपना 74वां स्वाधीनता दिवस मना रहा है. दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहरा दिया है. आजादी के जश्न से ठीक पहले जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले ने सुरक्षा एजेंसियों को और सतर्क कर दिया है.
15 अगस्त को किन रास्तों पर जाने से बचें?
भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. इसी को देखते हुए राजधानी में सुरक्षा के लिहाज से भारी तादाद में जवानों की तैनाती की गई है. इस दौरान राजधानी दिल्ली की सड़कों पर सुबह 4 बजे से 10 बजे के बीच निकलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में हर किसी को इन रास्तों पर जाने से बचना चाहिए.
- सी-हेक्सागन इंडिया गेट
- कॉपरनिकस मार्ग
- मंडी हाउस
- सिकंदरा रोड
- डब्ल्यू प्वाइंट
- ए प्वाइंट तिलक मार्ग
- मथुरा रोड
- बीएसजेड मार्ग
- सुभाष मार्ग
- जे एल नेहरू मार्ग
- निजामुद्दीन पुल
लाल किले के आसपास यातायात प्रतिबंधित
(15 अगस्त 4 AM से 9 AM)
- दिल्ली गेट से छत्ता रेल तक, नेताजी सुभाष मार्ग
- जीपीओ दिल्ली से छत्ता रेल तक, लुटियंस रोड
- एच सी सेन मार्ग से यमुना बाजार चौक तक, एस पी मुखर्जी मार्ग
- फाउंटेन चौक से लाल किले तक, चांदनी चौक रोड
- रिंग रोड से नेताजी सुभाष मार्ग तक, निशद राज मार्ग
- एसप्लांडे रोड और इसके लिंक रोड से नेताजी सुभाष मार्ग
- राजघाट से आईएसबीटी तक रिंग रोड
- आईएसबीटी से आईपी फ्लाईओवर
लाल किला कार्यक्रम के लिए निर्देश
वहीं राजधानी दिल्ली स्थित लाल किला पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए आमंत्रित लोगों के लिए निर्देश जारी किया गया है. आपको बताते हैं कि यहां आयोजित कार्यक्रम में किन-किन चीजों को लाने पर रोक लगाई गई है.
खाने-पीने की चीजें - (लाने पर रोक)
थैला, ब्रीफकेस - (लाने पर रोक)
कैमरा, दूरबीन, हैण्डीकैम - (लाने पर रोक)
थर्मस, पानी की बोतल, कैन - (लाने पर रोक)
आई-पैड, पावर बैंक, लैपटॉप - (लाने पर रोक)
इत्र - (लाने पर रोक)
छाता - (लाने पर रोक)
खिलौना - (लाने पर रोक)
मोबाइल फोन - (लाने पर रोक)
एमपी 3 प्लेयर - (लाने पर रोक)
घाटी में हुई घटना के बाद सुरक्षा और कड़ी
आजादी के जश्न से ठीक पहले जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है. श्रीनगर के बाहरी इलाके नवगाम में आतंकियों ने 15 अगस्त के लिए सुरक्षा में तैनात पुलिस पार्टी पर हमला किया. आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर गोलाबारी की. इस हमले में 2 जवान शहीद हो गए, जबकि 3 घायल हो गए. इस आतंकी हमले के पीछे जैश ए मोहम्मद का हाथ बताया जा रहा है. घाटी में हुए इस आतंकी हमले के बाद दिल्ली में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है.
आजादी के जश्न के दौरान आतंकी हमले का अलर्ट पहले से ही जारी है. ऐसे में श्रीनगर में हुए आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसियां और चौकन्नी हो गई हैं. राजधानी दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया गया है. लाल किले के पास सेवेन लेयर सिक्योरिटी तैनात की गई है. लाल किले के सिक्योरिटी रिंग में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के स्नाइपर्स को तो तैनात किया ही गया है, इसके अलावा स्वाट कमांडोज और काइट कैचर्स की भी तैनाती की गई है.
500 खुफिया कैमरों से हो रही निगरानी
दिल्ली पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के हजारों जवानों को तैनात किया गया है. लाल किले के साथ ही राजधानी के दूसरे संवेदनशील इलाकों में भी सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई है, चेकिंग बढ़ा दी गई है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक से लैस 500 खुफिया कैमरों से हर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही है.
राजधानी के आठ रास्तों पर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. 14 अगस्त की रात 12 बजे से 15 अगस्त की सुबह 11 बजे तक राजधानी दिल्ली में व्यावसायिक वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है.
सुरक्षा बलों के जवानों के सामने इस बार आतंकियों के साथ साथ कोरोना के खतरे से भी निपटने की चुनौती है. कोरोना के कारण इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में कई तरह के बदलाव किए गए हैं.
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74वें स्वतंत्रता दिवस के लिए राजधानी दिल्ली पूरी तरह तैयार है और इस कोरोना संकटकाल में भी देश के स्वतंत्रता समारोह में किसी तरह का विघ्न न पड़े इसके लिए सुरक्षाकर्मी पूरी तरह मुस्तैद हैं.
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