Agriculture Bills Protest: PM Modi ने विपक्ष को लिया आड़े हाथ, जारी रहेगी MSP

पूरे देश में इस समय मोदी सरकार (Modi Sarkar) के किसान बिल पर चर्चा हो रही है. विपक्ष इस कानून की कमियां निकालकर सरकार के खिलाफ मुद्दा ढूंढ रहा है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 18, 2020, 05:22 PM IST
    • ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच- पीएम मोदी
    • लोकसभा ने पास किया विधेयक
Agriculture Bills Protest: PM Modi ने विपक्ष को लिया आड़े हाथ, जारी रहेगी MSP

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज विपक्ष को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने किसानों में जुड़े विधेयकों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया. दिल्ली से लेकर पंजाब तक किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. भारी विरोध के बावजूद केंद्र सरकार अपने कदम को पीछे खींचने के मूड में नहीं है. शुक्रवार को बिहार को कई परियोजनाओं की सौगात देने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि बिल (Agriculture Bill) का जिक्र किया.

उन्होंने कहा कि कुछ दल किसानों को भ्रमित कर रहे हैं. इन अध्यादेशों से किसानों को बहुत फायदा मिलेगा.

लोकसभा ने पास किया विधेयक

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि  कल लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयक पारित किए गए हैं. इन विधेयकों ने हमारे अन्नदाता किसानों को अनेक बंधनों से मुक्ति दिलाई है. इन सुधारों से किसानों को अपनी उपज बेचने में और ज्यादा विकल्प और ज्यादा अवसर मिलेंगे. मैं देश के किसानों को इन विधेयकों के लिए बधाई देता हूं.

ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान और ग्राहक के बीच जो बिचौलिए होते हैं, जो किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा खुद ले लेते हैं, उनसे बचाने के लिए ये विधेयक लाए जाने बहुत आवश्यक थे. ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच बनकर आए हैं. लेकिन कुछ लोग जो दशकों तक सत्ता में रहे हैं, देश पर राज किया है, वो लोग किसानों को इस विषय पर भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इस मुद्दे पर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं. विपक्षी नेता किसानों से झूठ बोल रहे हैं. चुनाव के समय किसानों को लुभाने के लिए ये बड़ी-बड़ी बातें करते थे, लिखित में करते थे, अपने घोषणापत्र में डालते थे और चुनाव के बाद भूल जाते थे.

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