नई दिल्ली: शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन से पूरी दिल्ली परेशान है. शाहीन बाग की सड़क जाम होने के चलते ना सिर्फ लोगों को परेशानी हो रही है, बल्कि इससे सरकारी खजाने को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है. लेकिन इससे इन प्रदर्शनकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है. तभी तो आज की बातचीत बेनतीजा रही.
शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से नहीं बनी बात
- शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से पहले दिन की बातचीत बेनतीजा
- वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन बातचीत करके रवाना
- वजाहत हबीबुल्लाह की प्रदर्शनकारियों से बातचीत इसके बाद भी जारी रही
- तीनों वार्ताकार शाहीन बाग में कल भी प्रदर्शनकारियों से बातचीत करेंगे
संवाद से दिल्ली के शाहीन बाग में सड़क खुलवाने की कोशिशें शुरु हो गई हैं. आज सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त किये गये वार्ताकार, प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिये पहुंचे. बातचीत हुई लेकिन ये बेनतीजा रही. वार्ताकारों का कहना है कि वो अभी प्रदर्शनकारियों की बातों को सुन और समझ रहे हैं और बातचीत को आगे बढ़ाने वो कल फिर आएंगे.
Sadhana Ramachandran, SC appointed mediator after meeting Shaheen Bagh protesters: We met them & listened to them. We asked them if they want us to come back tomorrow as it's not possible to complete the talks in one day. They said they want us to come back tomorrow, so we will. pic.twitter.com/IQKDEkrfMC
— ANI (@ANI) February 19, 2020
मीडिया के सामने बात करने से किया इंकार
प्रदर्शनकारियों ने पहले ही अपना रुख साफ कर दिया था कि वो किसी से भी बातचीत करने के लिए तैयार हैं लेकिन उनकी मांग पूरी हुए बिना वो अपना धरना खत्म नहीं करेंगे. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के वार्ताकारों ने उनसे बातचीत के लिए शाहीन बाग पहुंचे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मीडिया के सामने बात करने से इंकार कर दिया. शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी वार्ताकारों से अकेले में बात करना चाहते थे. अकेले में बातचीत भी हुई, लेकिन बात बनी नहीं और आखिरकार संवाद का पहला दिन बेनतीजा साबित हो गया.
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हालांकि प्रदर्शनकारियों का अंदाज बता रहा है कि जल्द सड़क से हटने का उनका कोई इरादा नहीं है. कई प्रदर्शनकारी तो कह रहे हैं कि अगर बातचीत करनी थी तो पहल इससे पहले क्यों नहीं की गई. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ये शाहीन बाग में संवाद की आखिरी कोशिश है? और क्या बिरयानी गैंग की साज़िश में फंस गया है सुलह का रास्ता?
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आपको ये जानकर हैरान होगी कि शाहीन बाग के प्रदर्शन के चलते देश की संपत्ति को 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. इसके चलते सरकारी खजाने को खासा नुकसान पहुंचा है. इस पूरे धरने के चलते कैसे करोड़ों का नुकसान हो रहा है, ये आपको विस्तार से बताएंगे.
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