नई दिल्ली: मानसिक, शारीरिक और अध्यात्म के रूप में प्राचीन काल से ही लोग योग करते आ रहे हैं. योग के इतिहास के बारे में जब भी बात की जाती है तो दिमाग में पतंजलि जरूर आते हैं. क्योंकि पतंजलि ही पहले व्यक्ति थे जिन्होंने योग को आस्था, अंधविश्वास और धर्म से अलग किया और योग को व्यवस्थित किया.
तैयार हो जाइए, झुलसाएगी लू, सताएगी गर्मी.
योग और भारत का इतिहास बहुत पुराना है. दरअसल, योग की शुरुआत ही भारत से हुई है और योग भारत देश की परंपरा का एक अभिन्न अंग है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में मान्यता मिलने के बाद 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया और तब से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है.
अमेरिका में खुल रहा योगा यूनिवर्सिटी
योग को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के उद्देश्य से योग विश्वविद्यालय अमेरिका में इस साल शोध के साथ अपना एमए (MA) पाठ्यक्रम शुरू करेगा. इसकी स्थापना अमेरिका में शोध करने के बाद की जा रही है. यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्रक्रिया इस साल अप्रैल महीने में शुरू होगी. विवेकानंद योग विश्वविद्यालय (VAYU) को 50 लाख डॉलर के बजट के साथ लॉस एंजिलिस में स्थापित किया गया है. 'पाठ्यक्रम अगस्त 2020 से शुरू होगा जिसके लिए संस्थापक अध्यक्ष के तौर पर श्री श्रीनाथ के नेतृत्व में योग में मास्टर डिग्री के लिए अप्रैल 2020 से दाखिले शुरू होंगे.' विश्वविद्यालय ने योग आधारित उच्च शिक्षा मुहैया कराने के लिए नवंबर 2019 में ब्यूरो फॉर प्राइवेट पोस्टसेकण्डरी एजुकेशन, कैलिफोर्निया से आधिकारिक मान्यता प्राप्त होने के तीन महीनों के भीतर यह घोषणा की थी.
महाशिवरात्रि को लेकर काशी विश्वनाथ में प्रशासन ने की खास व्यवस्था.
बता दें कि भारत में 2002 में पहला योग विश्वविद्यालय स्थापित किया गया था. जिसके बाद नागेंद्र ने कहा कि उनकी इच्छा योग आधारित उच्च शिक्षा के लिए वैश्विक विश्वविद्यालय बनाने की है. विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के एक सदस्य प्रेम भंडारी ने कहा कि विश्वविद्यालय से अमेरिका में हजारों योग शिक्षकों को मदद मिलेगी जिनकी योग शिक्षा 200 या 500 घंटे के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम तक ही सीमित है.