नई दिल्ली. इस चीनी महिला वैज्ञानिक का नाम है डॉक्टर मेंग ली. इन्होंने सिद्ध कर दिया है कि चीन की सरकार स्वार्थी और दुष्ट हो सकती है किन्तु चीनी लोग ऐसे नहीं हैं. डॉक्टर ली ने कहा है कि कोरोना वायरस चीन की वूहान लैब में ही बनाया गया है और चीन की सरकार ने यह बात सबसे छिपाई है. इतना ही नहीं डॉक्टर ली ने कहा है कि वे जल्द ही इसके सबूत भी पेश करने वाली हैं.
डॉक्टर ली को है जान का खतरा
डॉक्टर मेंग ली पहली वैज्ञानिक नहीं हैं जो कोरोना साजिश की पोल खोल रही हैं. उनसे पहले करीब पांच वैज्ञानिकों ने ऐसा करने की कोशिश की किन्तु या तो वे मार दिये गये या लापता कर दिये गये. इस नजरिये से कहा जा सकता है कि डॉक्टर मेंग ली की जान को भी खतरा है. यदि वे चीन से बाहर भी हैं तो उनको अब अपनी सुरक्षा के लिये खास इन्तजामात करने होंगे.
''पेश करूंगी वैज्ञानिक प्रमाण''
चीनी महिला वैज्ञानिक डॉक्टर मेंग ली की बात में कितनी सच्चाई है, यह उनके आत्मविश्वास से नज़र आता है. उनका कहना है कि वे कोरोना वायरस के वूहान लैब में ही बनाये जाने के वैज्ञानिक प्रमाण पेश करेंगी. डॉक्टर मेंग ली वायरॉलजी एक्सपर्ट हैं इस कारण उनके द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले प्रमाण भी वैज्ञानिक कसौटी पर खरे उतरेंगे, इस में कोई संदेह नहीं.
सीक्रेट लोकेशन पर हैं डॉक्टर ली
डॉक्टर ली के द्वारा जारी किये गए एक वीडियो के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त हुई है. डॉक्टर ली ने बताया कि चूंकि उनको कोरोना वायरस से जुड़ी साजिश की जानकारी हो गई थी इसलिए उनकी जान को खतरा पैदा हो गया था, इसीलिए उनको भूमिगत होना पड़ा. उन्होंने बताया कि अब एक सीक्रेट लोकेशन पर हूं, इसलिए अब कोई चिंता की बात नहीं है.
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