अब चीन पर आखिरी प्रहार, LAC पर जिनपिंग ‘खल्लास’!

सैटेलाइट से मिली इमेज से खुलासा हुआ है कि भारत ने LAC के करीब हैवी गन और तोपों की तैनाती बढ़ाई है ताकि चीन पर दबाव बढ़ाया जा सके.

Written by - Rajendra Kumar | Last Updated : Jan 2, 2021, 02:01 PM IST
  • माइनस 40 डिग्री में चीन पर भारी मोदी सेना
  • भारत-चीन के बीच कमांडर स्तर की बातचीत जल्द
अब चीन पर आखिरी प्रहार, LAC पर जिनपिंग ‘खल्लास’!

नई दिल्ली: भारत ने गलवान वैली (Galwan Valley) में चीन पर आखिरी प्रहार की मुकम्मल तैयारी कर ली है. सैटेलाइट से मिली इमेज से खुलासा हुआ है कि भारत ने LAC के करीब हैवी गन और तोपों की तैनाती बढ़ाई है ताकि चीन पर दबाव बढ़ाया जा सके. माइनस 40 डिग्री तापमान में चीन (China) के सैनिक यहां बेदम हो चुके हैं जिससे ड्रैगन पहले से दबाव में है.

ओपन सोर्स इंटेलीजेंस (Open Source Intelligence) से मिली सैटेलाइट तस्वीरों में दिखाया गया है कि भारत ने पैगॉन्ग लेक (Pangong Lake), रेजॉन्ग ला और रेचिन ला दर्रों के आसपास भारी गोला बारूद और तोपखाने तैनात कर चीन को बता दिया है कि मोदी सरकार के पास उसकी हर चाल का जवाब है. अगर चीन (China) ने कोई भी चालबाजी की तो उसे करारा जवाब मिलेगा.

भारत और चीन के बीच विवाद सुलझाने के लिए कमांडर स्तर के 8 दौर की बात हो चुकी है. अब दोनों देशों के बीच जल्द ही 9वें दौर की बातचीत होने वाली है. बीते साल मई से अबतक दोनों देशों के कोर कमांडर चुशूल (Chushul) और मोल्डो में 8 बार मिल चुके हैं.

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चीन सातवें दौर के बाद कई बार इस बात पर सहमत हो चुका है कि वो अपनी सेनाओं को पीछे हटाएगा और मई से पहले वाली पोजीशन पर लौटेगा. लेकिन आदत के मुताबिक चीन ने ऐसा किया नहीं. चीन की इन्हीं हरकतों को जवाब देने के लिए भारी बर्फबारी और माइनस 40 डिग्री में भी भारत के जवान सीना ताने खड़े हैं.

गलवान के बलवान से न टकराना

गलवान (Galwan Valley) में भारत कई इलाकों में चीन के मुकाबले बेहतर पोजीशन पर है. चीन इसी बात से परेशान है कि अगर भारत ऊंची चोटियों पर टिका रहा तो सर्दियों के बाद चीन के लिए पैगॉन्ग और फिंगर (Finger 4 Pangong Tso) इलाके में उसके लिए मुश्किल हो सकती है. भारत को उम्मीद है कि पीएलए के वेस्टर्न थिएटर कमांड के जनरल पद पर Zhang Xudong की तैनाती के बाद मसले का हल हो सकता है.

दरअसल झांग पहले भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात रह चुके हैं और सीमा के मसलों पर उनकी राय अलग है. उनसे पहले वेस्टर्न थिएटर कमांड (Western Theater Command) के जनरल झाओ जोन्गी थे जिनका रुख भारत के खिलाफ माना जाता था.

गलवान में भारत कई इलाकों में चीन के मुकाबले बेहतर पोजीशन पर है. चीन इसी बात से परेशान है कि अगर भारत ऊंची चोटियों पर टिका रहा तो सर्दियों के बाद चीन के लिए पैगॉन्ग और फिंगर इलाके में उसके लिए मुश्किल हो सकती है. भारत को उम्मीद है कि पीएलए के वेस्टर्न थिएटर कमांड के जनरल पद पर Zhang Xudong की तैनाती के बाद मसले का हल हो सकता है.

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दरअसल झांग पहले भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात रह चुके हैं और सीमा के मसलों पर उनकी राय अलग है. उनसे पहले वेस्टर्न थिएटर कमांड के जनरल झाओ जोन्गी ( थे जिनका रूख भारत के खिलाफ माना जाता था.

जोजिला में जीता बीआरओ

इस साल बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (Border Road Organization) ने तय किया था कि चाहे जितनी बर्फबारी हो लेकिन जोजिला पास को खुला रखना है. और फिलहाल उन्होंने इसे कर दिखाया. भारी बारिश और हिमपात के बीच पारा जब शून्य के नीचे चला गया और दर्रे में मोटी बर्फ जमा हो गई तब भी बीआरओ ने 4 हजार वाहनों की आवाजाही को संभव बनाए रखा. जिसमें सैन्य जरूरतों की सप्लाई और आम नागरिकों की रोजमर्रा की जरूरत का सामान वहां तक ले जाया गया.

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