UP News: देवरिया में गोश्त की दुकान बंद कराना चाहते हैं BJP विधायक; सावन का दिया हवाला
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UP News: देवरिया में गोश्त की दुकान बंद कराना चाहते हैं BJP विधायक; सावन का दिया हवाला

Uttar Pradesh News: देवरिया से भाजपा के विधायक शलभ मनि त्रिपाठी ने जिला अधिकारी को धमकी दी है कि अगर वो सावन से पहले इलाके में गोश्त की दुकान बंद नहीं कराते हैं तो वह खुद इलाके में जाकर दुकान बंद कराएंगे.

UP News: देवरिया में गोश्त की दुकान बंद कराना चाहते हैं BJP विधायक; सावन का दिया हवाला

Uttar Pradesh News: भाजपा के विधायक शलभ मनि त्रिपाठी ने देवरिया के जिला अधिकारी को खत लिखा है और मांग की है कि वह शहर की रेलवे स्टेशन रोड पर चल रही गोश्त सभी गैरकानूनी दुकानों को बंद कराएं. शलभ मनि त्रिपाठी देवरिया के सदर विधानसभा सीट से विधायक हैं. उन्होंने अपने लेटर में कहा है कि अगर सावन आने से पहले गोश्त की दुकानों को बंद नहीं कराया गया, तो वह खुद इलाके में जाकर इन दुकानों को बंद कराएंगे. इस दौरान अगर यहां कोई अनहोनी होती है, तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. 

चल रहे कत्लखाने
शलभ मनि त्रिपाठी ने जिलाअधिकारी को लिखे अपने खत में कहा है कि यह बहुत पीड़ादायक है कि आपको और आपके अधीनस्त अधिकारियों को बार-बार खत लिखने के बावजूद देवरिया रेलवे स्टेशन रोड पर दुर्गा मंदिर के पास कई कत्लखाने चल रहे हैं. यहां पर गोस्थ भी खुले में बेचा जा रहा है. इसकी वजह से इलाके में बदबू आ रही है.

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प्रशासन होगा जिम्मेदार
शलभ मनि त्रिपाठी ने आगे लिखा कि यह सब तब हो रहा है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुले में गोश्त बेचने पर पाबंदी लगाई है और गैरकानूनी कत्ल खानों को बंद करने का निर्देश जारी किया है. सावन के पवित्र महीने के शुरू होने से पहले मैं खुद इलाके में जाऊंगा, अगर यहां पर कोई भी गैरकानूनी गोश्त की दुकान मिली, तो मैं उसे खुद बंद कराउंगा. ऐसे में किसी भी अनहोनी के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा.

रोड पर आ जाएंगे कारोबारी
दुकानदार इरशाद कुरैशी के हवाले से इंडिया टुडे ने लिखा है कि "हमने सुना है कि दुकानों को बंद कराने के लिए एक खत लिखा गया है. हम हमेशा काम करने के लिए एक जगह की मांग करते हैं. अगर हमारी दुकान बंद हो जाती है, तो हम कहां जाएंगे? प्रशासन को यह समझना होगा कि हम दुकान से अपनी रोजी रोटी चलाते हैं और अगर हम अपनी दुकान बंद कर देंगे तो हमारे बच्चे रोड पर आ जाएंगे."

नहीं बनी इमारत
दुकानदारों का कहना है कि "यहां पहले नगर पालिका द्वारा बिल्डिंग बनाई गई थी. 2007 में बिल्डिंग गिर गई उसके बाद हम लोगों की मजबूरी है हम लोग खुले में मीट बेचते हैं. यही हम लोग की रोजी-रोटी का साधन है. इन लोगों ने कहा कि कई बार नगर पालिका से बात की लेकिन बिल्डिंग का निर्माण नहीं हुआ. जिसकी वजह से सड़क पर हम लोग मीट बेच रहे हैं. अगर जगह का निर्धारण हो जाएगा तो हम लोग वहीं मीट बेचेंगे."

जगह की तलाश
हालांकि, देवरिया के अतिरिक्त जिला अधिकारी गौरव श्रीवास्तव ने मीडिया से कहा है कि हम गोश्त के कारोबारियों के लिए एक बेहतर जगह तलाश रहे है. जैसे ही जगह मिलती हैं हम उन्हें वहां ट्रांस्फर करेंगे.

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