Bus Brake Fail Controlig Tips: कई ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जिसमें बस का ब्रेक फेल हो जाता है या फिर ब्रेक में कोई खराबी आ जाती है जिससे भीषण हादसा हो जाता है.
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Bus Brake Fail: ऐसे कई मामले सामने आते हैं जब तेज रफ्तार से चलती हुई बस में अचानक ब्रेक फेल हो जाते हैं. ऐसे में ड्राइवर के साथ दर्जनों जिंगदियों की जान दांव पर लगी होती है. अब सवाल ये उठता है कि, क्या किसी चलती बस के ब्रेक फेल हो जाएं तो इसे रोकने के कुछ उपाय हो सकते हैं? अगर आप भी इस बारे में विचार करते हैं तो बता दें कि ये हमेशा स्थिति और ड्राइवर की समझ पर निर्भर करता है. हालांकि सूझबूझ से काम लिया जाए तो बस को सुरक्षित तरीके से रोका भी जा सकता है, और इसके लिए हम आपको कुछ तकनीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो हर बस ड्राइवर को पता होंनी चाहिए.
1. गियर का सही इस्तेमाल:
गियर डाउनशिफ्टिंग: बस की स्पीड को कम करने के लिए गियर को नीचे की ओर (डॉउनशिफ्ट) करें, यह इंजन ब्रेकिंग को सक्रिय करता है और वाहन की गति कम करने में मदद करता है.
लो गियर: यदि बस में मैनुअल गियर सिस्टम है, तो पहले या दूसरे गियर में शिफ्ट करने से स्पीड कम की जा सकती है.
2. हैंडब्रेक का इस्तेमाल:
हैंडब्रेक धीरे-धीरे खींचें, ताकि बस अचानक झटका ना खाए, बहुत तेज खींचने से बस स्लाइड कर सकती है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है.
3. रोड किनारे की रुकावट का इस्तेमाल:
अगर रोड पर कोई ढलान, मिट्टी का टीला, या गड्ढा है, तो उसे बस की गति को कम करने के लिए उपयोग किया जा सकता है. इस उपाय में थोड़ी सावधानी और संतुलन की जरूरत होती है.
4. डिवाइस और हॉर्न का सही उपयोग:
हॉर्न बजाते रहें ताकि अन्य वाहन और लोग सतर्क हो सकें और रास्ता दे सकें.
अगर बस में मौजूद यात्री हैं, तो उन्हें शांत रहने और सीट बेल्ट पहनने का निर्देश दें.
5. इमरजेंसी ब्रेकिंग तकनीकें:
रबड़ या मिट्टी का ढलान: यदि किसी ढलान या सॉफ्ट जमीन पर बस को ले जाया जा सके, तो इससे स्पीड कम करने में मदद मिलती है.
सुरक्षित स्थान पर ले जाएं: यदि सड़क पर खुले या खाली जगह है, तो बस को वहां ले जाकर रोकने की कोशिश की जा सकती है.
सावधानी:
इन तरीकों के बावजूद, ब्रेक फेल की स्थिति में ड्राइवर की सूझबूझ और शांतिपूर्वक फैसला लेना बहुत जरूरी है.
सबसे जरूरी है कि खुद पर और बस के अन्य यात्रियों पर ध्यान केंद्रित कर सकें.
बस में ब्रेक फेल होना एक गंभीर स्थिति होती है, इसलिए हमेशा एहतियात बरतें और वाहन की समय-समय पर जांच करवाते रहें.