टेलीकॉम के बाद रियल एस्टेट की दुनिया बदलने जा रहे हैं मुकेश अंबानी, बसाएंगे अपना शहर
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टेलीकॉम के बाद रियल एस्टेट की दुनिया बदलने जा रहे हैं मुकेश अंबानी, बसाएंगे अपना शहर

मुकेश अंबानी द्वारा बसाए जा रहे मेगा सिटी प्रोजेक्ट की लागत करीब 5.3 लाख करोड़ रुपये है.

इस शहर का एडमिनिस्ट्रेशन भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास होगा. (फाइल)

नई दिल्ली: मुकेश अंबानी का नाम जेहन में आते ही एक सोच आपके मन में आती है कि, ये जो कुछ करते हैं वह गेमचेंजर होता है. उनके हर काम का स्केल इतना बड़ा होता है कि उसे प्रोजेक्ट नहीं मेगा प्रोजेक्ट कहते हैं. Reliance Jio द्वारा टेलीकॉम की दुनिया में क्रांति लाने के बाद अब वे रीयल एस्टेट की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं. इस प्रोजेक्ट के जरिए वे अपने पिता स्वर्गीय धीरूभाई अंबानी का सपना पूरा करेंगे. मुकेश अंबानी एक ऐसे शहर को बसाने जा रहे हैं, जहां सबकुछ उनका होगा. वर्ल्ड क्लास सुविधा के अलावा यहां की प्रशासनिक व्यवस्था भी उनके देखरेख में होगी. मतलब वे यहां के राजा की तरह होंगे, जिसका सबकुछ अपना होगा. 

अंग्रेजी न्यूज पेपर बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट की लागत 75 बिलियन डॉलर (5.3 लाख करोड़ रुपये) के आसपास होगी जिसे अगले 10 सालों में बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है. मुकेश अंबानी इस शहर को सिंगापुर की तरह बसाना चाह रहे हैं. इस शहर में 5 लाख लोगों के रहने लायक सुविधा होगी. इसके स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, स्पोर्ट्स ग्राउंड तो छोटी बातें हैं. इस प्रोजेक्ट के तहत रिलायंस ग्रुप का अपना एयरपोर्ट, सी-लिंग और पोर्ट होंगे. यह रिलायंस इंडस्ट्रीज का अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा. यह प्रोजेक्ट इतना बड़ा होगा कि "projects within a project" की तर्ज पर रिलायंस इसे पूरा करेगी.

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प्रोजेक्ट की सफलता और भविष्य को लेकर इस फील्ड के एक्सपर्ट का कहना है कि यह भारत में रियल एस्टेट की सूरत और सीरत दोनों बदलने में काम करेगा. जिस तरह Jio ने टेली कम्युनिकेशन की दुनिया में क्रांति ला दी, ठीक उसी तरह रियल एस्टेट की दुनिया में क्रांति आने वाली है. क्योंकि, यह सस्ता भी होगा और सबके लिए उपलब्ध भी होगा. यह प्रोजेक्ट क्वालिटी और क्वांटिटी, दोनों का कॉकटेल होगा, जिसका असर मुंबई पर भी देखने को मिलेगा. मुंबई में रियल एस्टेट की आकाश छू रही कीमतें पर इससे लगाम लगेगा.

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एक्सपर्ट का मानना है कि इसके बाद मुंबई की तस्वीर बदल जाएगी, क्योंकि मुकेश अंबानी के शहर में रोजगार के भी मौके होंगे. वहां के लोगों को किसी काम के लिए शहर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं होगी. इससे मुंबई का बोझ भी हलका होगा. 80 के दशक में धीरूभाई अंबानी ने इस प्रोजेक्ट का सपना देखा था, जो अब सच होने जा रहा है.

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इस प्रोजेक्ट पर काम तेजी से जारी है. रिलायंस 2180 करोड़ रुपये का निवेश भी कर चुकी है. उन्होंने पिछले महीने नवी मुंबई स्पेशल इकोनॉमिक जोन (NMSEZ) से 4000 एकड़ जमीन लीज पर ली है. NMSEZ को मुकेश अंबानी, जय कॉर्प इंडिया, SKIL इंफ्रांस्ट्रक्चर लिमिटेड और सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (CIDCO) द्वारा प्रोमोट किया जाता है. NMSEZ में 26 फीसदी हिस्सेदारी CIDCO की है, बाकी मुकेश अंबानी की है.

 

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