STEM: भारत के आधे से ज्यादा MBA स्टूडेंट्स करना चाह रहे ऐसे प्रोग्राम, दुनिया भर के 40% कैंडिडेट्स का AI पर जोर
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STEM: भारत के आधे से ज्यादा MBA स्टूडेंट्स करना चाह रहे ऐसे प्रोग्राम, दुनिया भर के 40% कैंडिडेट्स का AI पर जोर

STEM Certified Business Programmes: मैनेजमेंट स्टडीज के इच्छुक कैंडिडेट्स जेनरेटरेटिव एआई जैसी ट्रांसफोर्मेटिव टेक्नोलॉजीज की ओर तेजी से अट्रेक्ट हो रहे हैं, जिसमें साल-दर-साल 38 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है.

STEM: भारत के आधे से ज्यादा MBA स्टूडेंट्स करना चाह रहे ऐसे प्रोग्राम, दुनिया भर के 40% कैंडिडेट्स का AI पर जोर

Global MBA Aspirants: भारत और चीन में बढ़ती मांग से ग्रेजुएट मैनेजमेंट एजुकेशन एक जरूरी बदलाव के लिए तैयार है, दुनिया भर में 40 फीसदी उम्मीदवार अब एआई स्किल सीखने पर जोर दे रहे हैं. ग्लोबली एमबीए कैंडिडेट्स के बीच एक और खास प्रवृत्ति, जो मुख्य रूप से भारत (57%) और चीन (51%) में देखने को मिल रही है, वो ये है कि STEM- सर्टिफाइड बिजनेस प्रोग्राम की चाहत MBA एस्पिरेंट्स में बढ़ रही है.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक ये जानकारियां जीएमएसी (ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल) की 'प्रॉस्पेक्टिव स्टूडेंट्स सर्वे 2024' रिपोर्ट से सामने आई हैं. सर्वे से पता चला है कि मैनेजमेंट स्टडीज के इच्छुक कैंडिडेट्स जेनरेटरेटिव एआई जैसी ट्रांसफोर्मेटिव टेक्नोलॉजीज की ओर तेजी से अट्रेक्ट हो रहे हैं, जिसमें साल-दर-साल 38 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है.

STEM- सर्टिफाइड बिजनेस प्रोग्राम्स के प्रति ग्लोबल इंटरेस्ट में समानांतर बढ़ोतरी हुई है, जो पिछले पांच साल में 39 फीसदी की बढ़ोतरी को दर्शाता है, विशेष रूप से एशिया में, जो भारत और चीन में बढ़ती मांग से प्रेरित है.

एआई प्रोफिशिएंसी की डिमांड स्किल टेलेंट की बढ़ती जरूरतों को ऑर्गेनाइज करती है, जो ऑर्गेनाइजेशन्स को जेनेरिक एआई और मशीन लर्निंग (एमएल) पर फोकस के साथ इंजीनियरों, आईटी प्रोफेशनल्स समेत अपने मौजूदा वर्कफोर्स के लिए अप स्किलिंग इनिशिएटिव को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करती है. साथ ही, बड़े पैमाने पर बाजार में, ऑयल सेक्टर के साथ-साथ एआई ने फरवरी 2024 में हायरिंग में 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखी, जबकि एआई और एमएल रोल्स में साल-दर-साल जॉब क्रिएशन में 21 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई.

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सर्वेक्षण में कहा गया है, "पिछले साल में, एआई को उनके जीएमई करिकुलम के लिए जरूरी कहने वाले कैंडिडेट्स की संख्या 2022 में 29 फीसदी से बढ़कर 2023 में 40 फीसदी हो गई. किसी भी करिकुलर ऑप्शन की साल-दर-साल सबसे ज्यादा बढ़ोतरी, और बिजनेस कॉन्टेक्स्ट में एआई रोल के बारे में जानने की बढ़ती मांग का प्रमाण है."

विशेष रूप से, भारत में उम्मीदवारों के बीच STEM-सर्टिफाइड प्रोग्राम के लिए प्राथमिकता 2019 में 43 फीसदी से बढ़कर 2023 में 57 फीसदी और चीन में 35 फीसदी से 51 फीसदी हो गई है.

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