UPSC में क्या हैं आरक्षण के प्रावधान, क्या है क्रीमी लेयर और नॉन क्रीमी लेयर; ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने कैसे उठाया फायदा
Advertisement
trendingNow12334042

UPSC में क्या हैं आरक्षण के प्रावधान, क्या है क्रीमी लेयर और नॉन क्रीमी लेयर; ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने कैसे उठाया फायदा

Reservation Policy: प्रोबेशन पीरियड में कई तरह की सुविधाएं मांगने के बाद चर्चा में आईं ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर जांच चल रही है. जांच में पता चला कि उन्होंने OBC नॉन क्रीमी लेयर रिजर्वेशन पाने के लिए नकली सर्टिफिकेट जमा किए थे. जानिए नॉन क्रीमी लेयर क्या है...

UPSC में क्या हैं आरक्षण के प्रावधान, क्या है क्रीमी लेयर और नॉन क्रीमी लेयर; ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने कैसे उठाया फायदा

Reservation Provisions In UPSC: संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा में सभी कैटेगरी के कैंडिडेट्स को समान अवसर उपलब्ध मिल सके, इसलिए रिजर्वेशन के कुछ प्रावधान है. यूपीएससी कैंडिडेट्स को कई जरूरी डॉक्यूमेंट्स पेश करने पड़ते हैं.  यूपीएससी की रिजर्वेशन पॉलिसी के तहत सभी कैटेगरी के कैंडिडेट्स कास्ट और इनकम सर्टिफिकेट सबमिट करने पर कुछ छूट देने का प्रावधान है. महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने अपने यूपीएससी फॉर्म में नॉन क्रीमी लेयर ओबीसी होने का जिक्र किया था, जिस पर उन्हें छूट मिली है. हालांकि, पूजा के पास इतनी प्रॉपर्टी है तो वह इस छूट की हकदार कैसे है यह तो जांच का विषय है और उन पर जांच चल भी रही है. ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल भी उठ रहे हैं क आखिर ये क्रीमी लेयर और नॉन-क्रीमा लेयर कैटेगरी क्या है, तो चलिए यहां जानते हैं..

पूजा खेडकर यूपीएससी 2022 बैच की महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस अदिकारी हैं. पूजा ने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2021 में 841वीं रैंक हासिल की थी. उन पर आरोप हैं, इतनी कम रैंक होने के बावजूद उन्हें आईएएस कैडर मिला, क्योंकि पूजा ने यूपीएससी रिजर्वेशन पॉलिसी का गलत फायदा उठाया है. पूजा ने खुद को ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर कैटेगरी का बताकर सरकारी नौकरी हासिल की.

नौकरी पाने के लिए किया फर्जीवाड़ा
यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम क्वॉलिफाई करने के लिए पूजा ने डिसेबिलिटी और नॉन क्रीमी लेयर का सर्टिफिकेट जमा किया था, जबकि वह एक संपन्न परिवार से आती हैं. पूजा के पिता की संपत्ति 40 करोड़ रुपये है बताई जा रही है. ऐसे में सवाल यह है कि उन्हें ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के तहत छूट कैसे मिल सकती है? ऑडी में सफर करने वाली आईएएस पूजा खुद करोड़ों की प्रॉपर्टी की मालकिन हैं. 

Creamy Layer And Non Creamy Layer:  क्या हैं क्रीमी लेयर और नॉन क्रीमी लेयर?
सबसे पहले तो यह समझ लेते हैं कि आखिर क्रीमी लेयर और नॉन क्रीमी लेयर क्या है. भारत में गवर्नमेंट जॉब्स और एडुकेशन इंस्टीट्यूट्स में ओबीसी कैंडिडेट्स को 27 प्रतिशत रिजर्वेशन दिया गया है. हालांकि, ओबीसी रिजर्वेशन का लाभ उठाने के लिए भी सरकारी ने कुछ नियम तय किए हैं. सभी कैंडिडेट्स को इसका लाभ नहीं मिलता है. ओबीसी कैंडिडेट्स को 2 लेयर में बांटा गया है, जिसे क्रीमी और नॉन क्रीमी लेयर कहां जाता है. 

UPSC में क्रीमी लेयर ओबीसी
अगर किसी कैंडिडेट के सालाना पारिवारिक आय 8 लाख रुपये से ज्यादा है तो वह क्रीमी लेयर कैटेगरी में आता है. इस इनकम में सैलरी और कृषि से होने वाली कमाई  नहीं आती. ओबीसी में इस कैटेगरी को आरक्षण की सुविधा नहीं मिलती है. 

UPSC में नॉन- क्रीमी लेयर ओबीसी
यूपीएससी रिजर्वेशन पॉलिसी के तहत अगर किसी उम्मीदवार के परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपये से कम है तो उसे नॉन क्रीमी लेयर कैटेगरी में आता है. यूपीएससी में क्रीमी लेयर ओबीसी कैंडिडेट रिजर्वेशन के तहत छूट पान का हकदार नहीं होता है. सरकारी नियमों के तहत नॉन क्रीमी ओबीसी कैंडिडेट को छूट मिलती है. ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर क्रीमी लेयर ओबीसी कैटेगरी से आती हैं, इसीलिए उनकी पात्रता पर सवाल उठना लाजिमी है.  

Trending news