Maneka Gandhi: एक विदेशी मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में मेनका गांधी ने अपने बेटे वरुण गांधी और अपनी फैमिली के बारे में कई अनछुए पहलुओं पर बात की है. क्या कुछ निकल कर सामने आया इस बातचीत में आइए बताते हैं.
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Maneka Gandhi interview: बीजेपी (BJP) की नेता और सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी ने एक इंटरव्यू में अपने बेटे वरुण के पॉलिटिकल फ्यूचर और उनकी फैमिली लाइफ पर बड़ा दावा किया है. बीबीसी को दिए इस साक्षात्कार में उन्होंने बड़ी बेबाकी से हर सवाल का जवाब दिया. उन्होंने अपनी बात कुछ इस अंदाज में रखी -'जहां रहेगा वहीं रोशनी लुटाएगा, किसी चिराग का अपना मकां नहीं होता.' वरुण और बीजेपी के बीच खटपट को लेकर उन्होंने कहा कि वरुण बेहद काबिल है. वो बहुत पढ़ने-लिखते हैं.
जो लिखा और कहा मुद्दों पर कहा: मेनका
मेनका ने कहा, 'बीजेपी से उनका कोई विरोध नहीं है. जो कुछ लिखा मुद्दों पर लिखा और आगे भी वो मुद्दों और अपने अनुभवों पर लिखेंगे. वरुण ने दो-दो बेस्ट सेलर किताबें लिखी हैं'.
मां की ममता से इतर वरुण के पॉलिटिकल फ्यूचर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा- 'वो 28 साल की उम्र में पहली बार MP बने और तब से लोगों का दिल जीत रहे हैं. अगर वरुण में दम है तो वो बहुत आगे जाएगा. टिकट न मिलने से करियर का मूल्यांकन नहीं हो सकता. हां एक मां के तौर पर मैं खुश नहीं हूं, लेकिन वरुण में बहुत टैलेंट है, आगे और आसमां है, उसे कोई रोक नहीं सकता.'
'वरुण अभी भी वहीं हैं, जहां वह पहले थे'
जब उनसे पूछा गया कि टिकट कटने के बाद क्या वरुण, कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं या निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा- 'सुल्तानपुर में चाय की दुकान पर बैठकर हर घंटे लोग सरकार गिराते और बनाते हैं, यही हाल अखबारों का है. लेकिन बदलाव तो कुछ नहीं हुआ. वरुण अभी भी वहीं हैं, जहां वह पहले थे.'
घर पर वरुण से क्या बातें होती हैं?
मेनका गांधी ने कहा, 'घर पर जब भी वरुण से मिलती हूं, तो किसी भी तरह की राजनीति से जुड़ी बातें नहीं करती. वरुण मेरे लिए चुनाव प्रचार करने आना चाहता है, लेकिन इस वक्त ज़रूरत नहीं है, हालांकि मैं चाहती हूं कि यहां पूरा परिवार रहे. हम लोग काफी व्यस्त हैं. चुनाव प्रचार अच्छा चल रहा है. क्योंकि जब भी घर पर वो बेटे से बात करती हैं तो उसकी फैमिली और अपनी पोती के बारे में बातें करती हैं. पोती से उन्हें बहुत प्यार है. ऐसा इसलिए क्योंकि राजनीति के अलावा एक बहुत बड़ी जिंदगी हैं.'