भारतीय क्रिकेट टीम में एक ऐसा बॉलर है जो विश्व कप में खेल रही सभी टीमों के लिए सिरदर्द बना हुआ है. इस बॉलर को लेकर हर टीम अलग रणनीति बना रही है. क्रिकेट के एक्सपर्ट मानते हैं कि इस बॉलर के पास ऐसी-ऐसी गेंदें हैं जो किसी भी टीम को बैकफुट पर ढकेलने के लिए काफी है.
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नई दिल्ली: आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 (ICC world cup 2019) में आज (9 जून) भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 'महामुकाबला' होने वाला है. इस मैच के लिए दोनों टीमों ने अपने स्तर पर हर संभव तैयारी की होगी. ऑस्ट्रेलियाई टीम में डेविड वॉनर्र जैसे विस्फोटक और मिडिल ऑर्डर में स्टीव स्मिथ जैसे विश्वसनीय बैट्समैन की वापसी से यह टीम उत्साह में है. कप्तान आरोन फिंच, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल जैसे प्लेयर की मौजूदगी से ऑस्ट्रेलियाई टीम बैटिंग लेवल पर काफी मजबूत मानी जा रही है. इन प्लेयर्स को लेकर भारतीय फैंस को निराश होने की जरूरत नहीं है.
भारतीय क्रिकेट टीम में एक ऐसा बॉलर है जो विश्व कप में खेल रही सभी टीमों के लिए सिरदर्द बना हुआ है. इस बॉलर को लेकर हर टीम अलग रणनीति बना रही है. क्रिकेट के एक्सपर्ट मानते हैं कि इस बॉलर के पास ऐसी-ऐसी गेंदें हैं जो किसी भी टीम को बैकफुट पर ढकेलने के लिए काफी है. यहां बात किसी और की नहीं बल्कि भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit bumrah) की बात हो रही है.
बुमराह इस पूरे विश्व कप में टीम इंडिया के X फैक्टर माने जा रहे हैं. 25 वर्षीय युवा तेज गेंदबाज की खूबी है कि ये आमतौर पर शुरुआती ओवरों में विकेट चटकाते हैं, जिससे विरोधी टीम दबाव में आ जाती है. साथ ही स्पिनरों के पास भी विरोधी टीम को परेशान करने का पर्याप्त मौका मिल जाता है. इसकी बानगी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में दिख चुका है. बुमराह ने अपने पहले ही स्पेल में दो विकेट झटक लिए थे, जिसके बाद यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की स्पिन जोड़ी पूरी तरह से दक्षिण अफ्रीकी टीम पर हावी हो गई.
बुमराह की खूबी है कि इनका बॉलिंग एक्शन थोड़ा हटके है, जिसके चलते बैट्समैन समझ नहीं पाता है कि वह किस तरह की बॉल फेंकने वाले हैं. बॉल पटके जाने के बाद बैट्समैन के पास इतना समय नहीं होता है कि वह हर बार सही अनुमान लगा सके. वैसे भी बुमराह 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की औसत से बॉल फेंकते हैं. अंतिम ओवरों में भी बुमराह प्रभावी माने जाते हैं. इस दौरान वे सटीक यार्कर और बाउंसर फेंककर बैट्समैन को परेशान करते हैं.
बुमराह के वनडे इकोनॉमी रेट पर नजर डालें तो पता चलता है कि वे काफी किफायती बॉलर हैं. उनकी इकोनॉमी 4.48 है तो उनका बॉलिंग औसत 22.04 है. बुमराह की गेंदें इंग्लैंड की पिचों पर काफी मूव करती हैं, इससे ये पता नहीं चलता है कि बॉल अंदर को आएगी या बाहर जाएगी. भारत का यह युवा बॉलर अब तक 50 वनडे में 87 खिलाड़ियों को पवेलियन भेज चुका है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी पांच मैचों में बुमराह ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने 7 विकेट झटके हैं. साथ ही उन्होंने ज्यादा रन भी नहीं दिए हैं. यहां गौर करने वाली बात यह है कि ये सभी पांच मैच भारतीय पिचों पर खेले गए हैं, जहां तेज बॉलरों के लिए कुछ खास नहीं होता है. इंग्लैंड में हालात बॉलरों के अनुकुल होते हैं ऐसे में बुमराह काफी घातक साबित हो सकते हैं.
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पीटरसन ने बुमराह से बचने का दिया आइडिया
जसप्रीत बुमराह (Jasprit bumrah) का इतना खौफ है कि महान क्रिकेटर केविन पीटरसन ने ट्वीट कर दुनिया भर के बैट्समैन को उनके गेंदें खेलने का तरीका बताया है. पीटरसन ने ट्विटर पर लिखा कि दायें हाथ के सभी बल्लेबाजों के लिए आवश्यक सूचना. बुमराह के सामने ऑफ स्टंप पर जाओ और स्क्वॉयर लेग पर उसे मारने की कोशिश करो. ऑफ साइड बिलकुल छोड़ दो.