Advertisement
trendingNow1531383

ICC World Cup: छुपा रुस्तम के टैग को पीछे छोड़कर खिताब जीतने उतरेगी यह टीम

न्यूजीलैंड ने छह बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है और चार साल पहले अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए टीम फाइनल में पहुंची थी. 

न्यूजीलैंड की टीम ने वार्मअप मैच में भारत को छह विकेट से हराया था. (फोटो: ANI)
न्यूजीलैंड की टीम ने वार्मअप मैच में भारत को छह विकेट से हराया था. (फोटो: ANI)

नई दिल्ली: बेहद सक्षम टीम के साथ उतर रहा न्यूजीलैंड आगामी क्रिकेट विश्व कप (World Cup 2019) में ‘छुपा रुस्तम’ के टैग को पीछे छोड़ने का प्रयास करेगा जो लंबे समय से उसके साथ जुड़ा हुआ है. अभ्यास मैच में भारत को छह विकेट से हराने वाला न्यूजीलैंड (New Zealand) साढ़े चार दशक के प्रयास के बाद अंतत: विश्व कप को जीतने की अपनी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त है. गेंदबाजी में विविधता और मजबूत बल्लेबाजी के साथ टीम एक बार फिर इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में मजबूत दावेदार के रूप मे उतरेगी.

न्यूजीलैंड ने छह बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है और चार साल पहले अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए टीम फाइनल में पहुंची थी और अब टीम की नजरें खिताब जीतने पर हैं. टीम के आगामी टूर्नामेंट के पहले 10 दिन में श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से खेलकर शुरुआती लय हासिल करने का मौका मिलेगा जबकि इसके बाद टीम को बड़े प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना है. 

यह भी पढ़ें: ICC World Cup में भारत से 6 बार हार चुके पाकिस्तान की हुंकार- अबकी बार तोड़ेंगे हार का सिलसिला

Add Zee News as a Preferred Source

न्यूजीलैंड की विश्व कप टीम में शामिल अधिकांश खिलाड़ी आईपीएल में खेले जिससे 50 ओवर के प्रारूप में तैयारी का सीमित मौका मिला लेकिन इंग्लैंड के हालात और बल्लेबाजी की अनुकूल परिस्थितियों से टीम को मदद मिलने की उम्मीद है. न्यूजीलैंड ने 2015 विश्व कप में ब्रैंडन मैक्कुलम की अगुआई में आक्रामक बल्लेबाजी की बदौलत अपनी सहमेजबानी में हुए टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई, लेकिन खिताबी मुकाबले में आस्ट्रेलिया से हार गया.

मैक्कुलम काफी पहले संन्यास ले चुके हैं लेकिन गैरी स्टीड के मार्गदर्शन में खेल रही टीम के पास शीर्ष क्रम में कप्तान केन विलियम्सन, अनुभवी रोस टेलर और मार्टिन गुप्टिल के रूप में उम्दा बल्लेबाज हैं. टेलर अपने चौथे जबकि विलियम्सन, ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी जैसे खिलाड़ी अपने तीसरे विश्व कप में हिस्सा ले रहे हैं. हाल के वर्षों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विलियम्सन के एंकर की भूमिका निभाने की उम्मीद है. टेलर डिफेंस के अलावा आक्रामक बल्लेबाजी कर सकते हैं. ऑलराउंडर जेम्स नीशाम और कॉलिन डि ग्रैंडहोम में डेथ ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की क्षमता है. 

यह भी पढ़ें: राहुल गांधी को रिटायरमेंट की सलाह देने वाले BJP नेता बने एशियन बैडमिंटन के उपाध्यक्ष 

कॉलिन मुनरो की बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी है लेकिन वह गुप्टिल के साथ मिलकर किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं. गेंदबाजी में बोल्ट और साउदी की अनुभवी जोड़ी नई गेंद से जिम्मेदारी निभाएगी जबकि लाकी फर्ग्युसन टीम के तीसरे तेज गेंदबाज हैं. साउदी के साथ बोल्ट की साझेदारी टीम के लिए अहम होगी, जबकि बीच के ओवरों में मिचेल सैंटनर को अहम भूमिका निभानी होगी. स्पिन की अनुकूल पिच पर सैंटनर को ईश सोढ़ी का साथ मिल सकता है. विकेटकीपर टाम लैथम की उंगली में फ्रेक्चर है और टीम को विश्व कप में अभियान शुरू होने से पहले उनके फिट होने की उम्मीद है.

टीम इस प्रकार है: केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम ब्लंडेल, ट्रेंट बोल्ट, कॉलिन डि ग्रैंडहोम, लॉकी फर्ग्युसन, मार्टिन गुप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लैथम, कॉलिन मुनरो, जिमी नीशाम, हेनरी निकोल्स, मिचेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउदी और रॉस टेलर. 

TAGS

Trending news