Barish Song: बरसो रे मेघा-मेघा..रियल बारिश के लिए खूब पड़ा भटकना, हर बार मौसम ने दिया धोखा, शूटिंग ने मेकर्स को कर दिया था परेशान!
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Barish Song: बरसो रे मेघा-मेघा..रियल बारिश के लिए खूब पड़ा भटकना, हर बार मौसम ने दिया धोखा, शूटिंग ने मेकर्स को कर दिया था परेशान!

Bollywood Barish Song: गुरु फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई थी जिसमे अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या थे और इसे काफी पसंद किया गया था. इस फिल्म के गाने भी लोगों को उतने ही पसंद आए वहीं एक गाना बरसो रे मेघा-मेघा पूरी तरह मानसून पर बना गाना था. लिहाजा इसके लिए ढेर सारी बारिश की जरूरत थी.

Barish Song: बरसो रे मेघा-मेघा..रियल बारिश के लिए खूब पड़ा भटकना, हर बार मौसम ने दिया धोखा, शूटिंग ने मेकर्स को कर दिया था परेशान!

Barso Re Megha Megha Guru Movie: बारिश जिसके नाम भर से ही क्या बच्चे और क्या बड़े मानो सब खिल से जाते हैं. बॉलीवुड (Bollywood) का भी बारिश से रिश्ता पुराना रहा है. भई... बरसात पर ना जाने कितने ही प्यारे नगमें हैं यहां जिन्हें देखकर हर किसी का मन बारिश में नहाने और नाचने का हो जाता है. लेकिन जितने हसीन ये गाने स्क्रीन पर लगते हैं उतना ही मुश्किल है इन्हें फिल्माना. ऐसा ही एक गाना है गुरु फिल्म (Guru Movie) का बरसो रे मेघा-मेघा (Barso re Megha Megha). जिसमें ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) के डांस के चर्चे आज भी होते हैं. लेकिन इसकी शूटिंग इतनी आसान नहीं थी.

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रियल बारिश को ढूंढने में छूट गए थे पसीने
गुरु फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई थी जिसमे अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या थे और इसे काफी पसंद किया गया था. इस फिल्म के गाने भी लोगों को उतने ही पसंद आए वहीं एक गाना बरसो रे मेघा-मेघा पूरी तरह मानसून पर बना गाना था. लिहाजा इसके लिए ढेर सारी बारिश की जरूरत थी. ऐसे में उन जगहों को ढूंढा गया जहां खूब बारिश भी होती और शूटिंग के नजरिए से वो सटीक लोकेशन भी होती. खूब धक्के खाकर कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु की कुछ खास लोकेशंस को फाइनल किया गया. 

कर्नाटक के मेलकोटे के खंडहर, केरल के चलाकुड़ी और तमिलनाडु के पोल्लाची में गाने को फिल्माना था लेकिन परेशानी की बात ये थी कि तब बारिश काफी कम दिखी. खैर जैसे-तैसे जुगाड़ों से गाने की शूटिंग होनी शुरू हुई लेकिन साउथ में नारियल के पेड़ ज्यादा होते हैं जबकि ये फिल्म गुजरात की पृष्ठभूमि पर थी लिहाजा खुले मैदान दिखाने के साथ-साथ ये भी ध्यान रखना था कि फ्रेम में नारियल के पेड़ बिल्कुल ना आए. इस फिल्म की पूरी यूनिट शूटिंग के दौरान काफी परेशान हुई वहीं जब शूट खत्म हुआ तो सबने राहत की सांस तो ली लेकिन उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि कभी भी बेहोश हो जाएं.   

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