रिटेल एवं शिक्षा के साथ ही पीयूष ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाई है.
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नई दिल्ली: युवाओं में देश में बदलाव लाने की अद्भुत क्षमता होती इसलिये देश के विकास में युवाओं को आगे आना चाहिये. लखनऊ के युवा उद्यमी पीयूष सिंह चौहान (Piyush Singh Chauhan) अपनी आंखों में विकासशील भारत को विकसित भारत बनाने का सपना लिये यह बात कहते हैं. अपनी मेहनत और काबिलियत से बेहद कम समय में सफलता की सीढ़ियां चढ़ने वाले पीयूष आज अन्य युवाओं के लिये एक मिसाल हैं, जो नई सोच के साथ देश सेवा का जज्बा रखते हैं. रिटेल, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में इनके द्वारा किये जा रहे कार्य इसी के उदाहरण हैं. पीयूष हमेशा से ही देश के लिये कुछ नया करना चाहते थे. यह एक बदलाव की दिशा में ही उठाया गया कदम था कि वर्ष 2018 में उन्होंने लखनऊ में राउंड ओ क्लॉक (ROC) रिटेलस्टोर खोला. यह भारत का पहला ऐसा स्टोर बना जो 24 घंटे लोगों को अपनी सेवा देता है. लोग चाहे किसी भी वक्त अपनी हर जरूरत का सामान इस स्टोर से ले सकते हैं. इसकी लोकप्रियता बढ़ने के साथ अगले वर्ष 2019 में ROC का दूसरा स्टोर खुला, और दो वर्षों में ही इसका टर्नओवर 83 करोड़ हो गया. पीयूष बताते हैं कि जिस तरह लोगों ने अपना भरोसा जताया है, ROC के ब्रांच देश के अन्य मेट्रो शहरों में भी खोले जाएंगे.
आरओसी के सीईओ होने के साथ पीयूष एसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्युशन के वाइसचेयरमेन भी हैं. इस इंस्टीट्युशन में इंजीनियरिंग, व मैनेजमेंट की शिक्षा दी जाती है. इसके तहत संचालित एसआरग्लोबल स्कूल की लोकप्रियता इतनी अधिक है कि 2015 में शुरू किये गये इस स्कूल कीएक ही शाखा में जम्मू कश्मीर के साथ देश भर से दस हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. इनमें अधिकांश बच्चे ग्रामीण क्षेत्र से भी आते हैं. यह संस्थान उन बच्चों को फ्री में भोजन व शिक्षा उपलब्ध कराता है, जो काबिल तो हैं, मगर आर्थिक रूप से कमजोर हैं. इनका उद्येश्य शिक्षा, संस्कार एवं रोजगार देने की दिशा में काम करना है.
पीयूष कहते हैं कि हम इन संस्थानों में बच्चे को प्रायोगिक रूप से तैयार करते हैं, जिससे कार्यस्थल पर उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो. समय-समय पर संस्थान में कैंपस चयन का आयोजन कराया जाता है, जिसमें लगभग 53-54 कंपनियां शामिल होती हैं. यह चयन प्रक्रिया केवल संस्थान के बच्चों के लिये ही नहीं बल्कि बाहरी प्रतिभागियों के लिये भी होती है. पीयूष आगे कहते हैं कि एसआर ग्रुप आज यहां एक स्थापित नाम है, जिसे और बड़ा करने की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत जल्द ही एसआर इंटरनेशनल स्कूल खोला जाएगा जिनमें विश्वस्तरीय सुविधाएं शामिल होंगी.
रिटेल एवं शिक्षा के साथ ही पीयूष ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाई है. उनके द्वारा लखनऊ में हॉस्पीटल और डायग्नोस्टिक सेंटर खोले गये, जिनमें कोरोना काल में भी योद्धा के रूप में जरूरी सेवा दी गई.
पीयूष अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को देते हैं, और उनके दिखाये आदर्शों पर चलते हैं. उनके पिता एक शिक्षाविद हैं, जिन्होंने ही वर्ष 2009 में एस आर ग्रुप की शुरूआत की थी, और जिनसे साथ काम करते हुए पीयूष संस्थान को सफलता की ऊंचाईयों पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं.अधिकांश युवा जो पीयूष को देखकर एक सफल उद्यमी बनने की चाह रखते हैं, उन्हें संदेश देते हुए वह कहते हैं कि एक सफल उद्यमी के लिये धैर्य रखने, नेतृत्व करने एवं सुनने की कला जरूरी है.