Ayurveda: तरबूज के बाद पानी पीने से क्यों मना करता है आयुर्वेद? क्या सच में आपको हैजा हो सकता है?
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Ayurveda: तरबूज के बाद पानी पीने से क्यों मना करता है आयुर्वेद? क्या सच में आपको हैजा हो सकता है?

माना जाता है कि तरबूज के बाद पानी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि इससे हैजा व अन्य बीमारियां हो सकती हैं। जानें इस पर आयुर्वेद और वैज्ञानिक क्या कहते हैं।

तरबूज (सांकेतिक तस्वीर)

गर्मियों के मौसम में तरबूज खाने का अपना ही मजा है। इसके ऊपर काला नमक डालकर खाना तो स्वर्ग को पा लेना जैसा है। लेकिन हमें बचपन से सीखाया और बताया जाता है कि तरबूज के बाद पानी नहीं पीना चाहिए। इससे आपको गंभीर बीमारी हो सकती है। कुछ लोग तरबूज के बाद पानी पीने को हैजा के कारण से भी जोड़ लेते हैं। भारत के प्राचीन आयुर्वेद में भी तरबूज के बाद पानी का सेवन करने से मना किया है। वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स भी ऐसा करने से मना करते हैं। लेकिन सच्चाई क्या है आखिर तरबूज के बाद पानी पीने से मना करने के पीछे आयुर्वेदिक और वैज्ञानिक कारण क्या हैं, आइए जानते हैं।

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आयुर्वेद के मुताबिक क्यों गलत है तरबूज के बाद पानी पीना...
आयुर्वेद में कुछ खाद्य पदार्थों के साथ पानी पीने से सख्त मना किया गया है। आयुर्वेद के मुताबिक, ऐसा करने से शरीर में दोषों और चक्रों की स्थिति बिगड़ जाती है और स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक तरबूज के बाद पानी पीने से पेट और पाचन तंत्र बिगड़ जाता है। इसके अलावा पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे अपच, पेट फूलना, पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है और पेट का संक्रमण भी हो सकता है। देश के मशहूर आयुर्वेदिक विशेषज्ञ व कई किताबों के लेखक डॉ. अबरार मुल्तानी के मुताबिक, किसी भी शीतल फल को खाने के बाद पानी पीने से कफ दोष बढ़ जाता है, जिससे कफ से संबंधित रोग जैसे सर्दी ज़ुकाम खांसी हो सकते हैं।

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क्या आयुर्वेद के जैसा है वैज्ञानिक कारण? हैजा होने की बात सच है या झूठ?
कुछ वैज्ञानिकों के मुताबिक, किसी भी फल के तुरंत बाद पानी का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। जिससे पेट खराब हो सकता है और आपको असहजता हो सकती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि तरबूज में काफी मात्रा में पानी, प्राकृति शुगर फ्रूक्टोज और फाइबर होता है। जिसके बाद पानी पीने से पेट में लिक्विड का लेवल असंतुलित हो सकता है और खाना पचाने वाले डायजेस्टिव जूस को पतला कर सकता है। इससे पेट आसानी से खाना नहीं पचा पाता। वहीं, तरबूज में मौजूद तत्व शरीर के गट में मौजूद माइक्रोऑर्गेनिज्म को फैलने और गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट को प्रभावित करने में मदद कर सकते हैं।

वहीं, एक्सपर्ट्स के मुताबिक हैजा दूषित व संक्रमित किसी भी फल व पानी के सेवन से हो सकता है। लेकिन तरबूज के बाद पानी पीने से हैजा होने या पेट की दिक्कतें होने के कोई प्रमाण नहीं हैं। हालांकि इससे पाचन सही से न होने पर दस्त व उल्टी जैसे लक्षण दिख सकते हैं। इसलिए हमारी सलाह है कि किसी भी फल के सेवन कुछ देर बाद ही पानी का सेवन करना सही रहेगा। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी ने कहा कि तरबूज या पानी में अगर संक्रमण हुआ तो ही हैजा होगा अन्यथा नहीं।

यहां दी गई जानकारी उपलब्ध सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इसकी हम पुष्टि नहीं करते हैं।

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