एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं, उनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है. खर्राटे लेने वालों में हार्ट अटैक का खतरा 30% और स्ट्रोक का खतरा 20% अधिक होता है.
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एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं, उनमें हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है. अध्ययन में पाया गया कि खर्राटे लेने वालों में हार्ट अटैक का खतरा 30% और स्ट्रोक का खतरा 20% अधिक होता है. अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि खर्राटे लेने से सोते समय सांस लेने में रुकावट आती है, जिससे खून में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है. यह दिल और दिमाग सहित शरीर के अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है.
अध्ययन में 7,560 पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था. अध्ययन में पाया गया कि जो लोग प्रति रात 5 या अधिक बार खर्राटे लेते थे, उनमें हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा अधिक था. अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. जेम्स वुड ने कहा कि यह अध्ययन बताता है कि खर्राटे लेना एक गंभीर स्वास्थ्य खतरा हो सकता है. उन्होंने कहा कि यदि आप खर्राटे लेते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है ताकि आप हार्ट अटैक या स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए कदम उठा सकें.
खर्राटे की समस्या से राहत पाने के तरीके
- मोटापा खर्राटे की समस्या का एक प्रमुख कारण है. इसलिए, अपनी वजन को नियंत्रित रखने से खर्राटे की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है.
- अपने गले के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए व्यायाम करें. गले की मांसपेशियों को मजबूत करने से गले के मार्ग को खुला रखने में मदद मिल सकती है.
- धूम्रपान न करें. धूम्रपान खर्राटे की समस्या को बढ़ा सकता है.
- पर्याप्त नींद लें. थकान खर्राटे की समस्या को बढ़ा सकती है. इसलिए, हर रात 7-8 घंटे की नींद लेने का प्रयास करें.
अदरक से दूर होंगे खर्राटे
अदरक में सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो खर्राटों को कम करने में मदद कर सकते हैं. इसके साथ-साथ साबुत अनाज, लीन प्रोटीन, योगार्ट और अलसी के बीज का सेवन करने से भी खर्राटे को कम दिया जा सकता है. हालांकि, यह ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि ये फूड हर किसी के लिए काम नहीं कर सकते हैं. यदि आप खर्राटों के बारे में चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करना सबसे अच्छा है.