यह मुलाकात आगामी लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों का महागठबंधन बनाने के प्रयासों के बीच हुई है.
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नई दिल्ली: टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने शुकवार की रात आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. यह मुलाकात आगामी लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों का महागठबंधन बनाने के प्रयासों के बीच हुई है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने यहां केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर उनसे मुलाकात की और उनके बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई. आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी इस दौरान मौजूद थे.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'नायडू जी के साथ आज बैठक बहुत अच्छी रही. हम सब मिलकर मोदी सरकार से लड़ेंगे.' नायडू ने इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की.
It was great meeting @ncbn ji today. We will all fight together against Modi govt https://t.co/7ZHjTZNCAj
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2019
केजरीवाल ने बताया अंतरिम बजट को 'अंतिम जुमला'
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय बजट को नरेंद्र मोदी सरकार का ‘अंतिम जुमला’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे दिल्ली को निराशा ही हाथ लगी है।केंद्र ने शुक्रवार को केंद्रीय बजट में दिल्ली के लिए 1,112 करोड़ रुपये आवंटित किये । उसने केंद्रीय करों एवं शुल्को में उसका हिस्सा अपरिवर्तित रखा।
Final jumla of Modi govt : it's interim budget too completely disappoints Delhi. Our share in central taxes remains frozen at Rs 325 crore & nothing earmarked for local bodies.
Delhi continues to be on its own financially.— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2019
केजरीवाल ने ट्वीट किया,'मोदी सरकार का अंतिम जुमला: उसके अंतरिम बजट ने भी दिल्ली को निराश किया। केंद्रीय करों में हमारा हिस्सा 325 करोड़ रुपये पर ही अटका रहा और स्थानीय निकायों के लिए कुछ भी आवंटित नहीं किया गया। दिल्ली वित्तीय रुप से अपने दम पर चल रहा है।'
1. Invest heavily in edu n health
2. Increase min wages n enforce it
3. Give crop prices 1.5 times cost
4. One time farm loan waiver
This wud put money in pocket of poorest, create demand, give boost to economy n create jobs
None of it done in budget
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2019
मुख्यमंत्री ने टि्वटर पर लिखा, '1. (दिल्ली सरकार ने) शिक्षा एवं स्वास्थ्य में बहुत निवेश किया, 2. न्यूनतम वेतन बढ़ाया और उसे लागू किया, 3. फसल का दाम उसकी लागत का डेढ़ गुणा दिया,4. एकबारगी कृषि रिणमाफी की। इससे निर्धनतम लोगों की जेब में पैसे पहुंचे, अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिला तथा नौकरियां पैदा हुईं। बजट में इनमें से कुछ नहीं है।'
(इनपुट - भाषा)