परीक्षा में अब नहीं होगा फर्जीवाड़ा? BPSC ने तैयार किया फुलप्रुफ प्लान, इस डेटाबेस से पकड़े जाएंगे
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परीक्षा में अब नहीं होगा फर्जीवाड़ा? BPSC ने तैयार किया फुलप्रुफ प्लान, इस डेटाबेस से पकड़े जाएंगे

BPSC Exam: बीपीएससी परीक्षा में होने वाली धांधली को रोकने लिए आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है. आयोग इसके लिए डेटाबेस तैयार करने जा रही है. जिसकी मदद से फर्जीवाड़ा करने वाले पकड़े जाएंगे.

BPSC ने तैयार किया फुलप्रुफ प्लान

पटना: बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा टीआर-3 के दौरान बायोमेट्रिक मिलान में कुल 57 अभ्यर्थी दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए पकड़े गए. ऐसे में परीक्षा के दौरान इस तरीके से होने वाली गड़बड़ी को रोकने के लिए बीपीएससी बड़ी कार्रवाई करने जा रही है.इसके लिए व्यक्तिगत विवरण में बदलाव कर गड़बड़ी करने वाले अभ्यर्थियों को पकड़ने के लिए आयोग सभी अभ्यर्थियों का एक मास्टर डाटाबेस तैयार करने जा रहा है. ये बातें बीपीएससी अध्यक्ष रवि मनुभाई परमार प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. उन्होंने कहा कि इसका निर्माण - सॉफ्टवेयर तैयार होने और संबंधित पोर्टल के सफल ट्रायल रन के बाद ही शुरू होगा. इसके बाद  जो अभ्यर्थी आयोग की परीक्षाओं में पहले शामिल हो चुके होंगे, आयोग के पास उनका डाटाबेस मौजूद रहेगा और एआइ की मदद से जरूरत पड़ने पर मिलान किया जाएगा.

बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही ऐसी व्यवस्था की जायेगी, जिसमें आयोग के पोर्टल पर हर अभ्यर्थी को परीक्षा फॉर्म भरने से पहले पर्सनल डिटेल रजिस्टर्ड करना होगा. इसमें अभ्यर्थी को उनका नाम, जन्मतिथि, 10वीं, 12वी, स्नातक, स्नातकोत्तर और उच्च शैक्षणिक डिग्रियों से संबंधित जानकारी, उससे संबंधित प्रमाणपत्र का पीडीएफ, फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करना होगा. इसके बाद अभ्यर्थी को एक यूनिष्क एग्जामिनी नंबर दिया जायेगा. इस नंबर को किसी भी परीक्षा का फॉर्म भरते समय उन्हें डालना होगा, फिर सिस्टम अपने आप उनसे संबंधित व्यक्तिगत डिटेल ले लेगा. अभ्यर्थी को केवल उस कॉलम की जानकारी देनी पड़ेगी, जो उस परीक्षा विशेष से संबंधित अनुभव या त्रिशेष शैक्षणिक योग्यता आदि से संबंधित है. . नयी व्यवस्था को बनाने में कम से-कम एक से दो महीने का समय लगेगा. सालोंभर पोर्टल खुला रहेगा, जिसपर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.

बता दें कि टीआरइ-3 के लिए 5.96 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें से 4.69 लाख (78.72 फीसदी) ही परीक्षा में शामिल हुए. इस तरह 1.27 लाख आवेदक इसमें शामिल नहीं हुए. आयोग को सभी जिलों की उत्तर पुस्तिकाएं प्राप्त हो चुकी है और गुरुवार से ओएमआर शीट की स्कैनिंग भई शुरू हो गयी है. अंतिम आंसर-की तैयार करने व मूल्यांकन में कम-से-कम 20-25 दिन का समय लगेगा. यदि अभी आरक्षण पर दिशा-निर्देश मिल जाये, तो 15 अगस्त के आसपास रिजल्ट जारी किया जा सकता है. मौके पर आयोग के सचिव गयासुद्दीन असारी व परीक्षा नियंत्रक सत्य प्रकाश शर्मा भी मौजूद थे.

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