हरियाणा: सरकारी स्कूलों में कितना है महिला स्टाफ, बने
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हरियाणा: सरकारी स्कूलों में कितना है महिला स्टाफ, बने

हरियाणा के तमाम सरकारी स्कूलों में फीमेल स्टाफ कितना है, इस बारे में शिक्षा विभाग से हरियाणा का बाल संरक्षण विभाग रिपोर्ट लेगा और उसके बाद इस बारे में आगामी सिफारिशें सरकार के पास भेजी जाएगी.

हरियाणा: सरकारी स्कूलों में कितना है महिला स्टाफ, बने

हिसार: हरियाणा के तमाम सरकारी स्कूलों में फीमेल स्टाफ कितना है, इस बारे में शिक्षा विभाग से हरियाणा का बाल संरक्षण विभाग रिपोर्ट लेगा और उसके बाद इस बारे में आगामी सिफारिशें सरकार के पास भेजी जाएगी. यह बात बाल संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बेंदा ने हिसार में कही है. ज्योति बेंदा आदमपुर एरिया के सरकारी स्कूल में सामने आए स्टूडैंट्स के साथ अत्याचार के मामले के उजागर होने के बाद जांच के लिए पहुंची थी. इस बीच उन्होंने स्कूल के स्टाफ और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी जवाब तलब किया है.

आपको बता दें कि आदमपुर के गांव के सरकारी स्कूल के सामने आए इस मामले को लेकर 3 टीचर्स पर मामला दर्ज किया गया है. मामले का खुलासा तब हुआ जब बाल संरक्षण आयोग की स्थानीय अधिकारी सुनीता यादव बच्चों को गुड टच, बैड टच के बारे में जानकारी देने पहुंची थी. इसी बीच 24 बच्चियों ने हिला देने वाले खुलासे अधिकारी के समक्ष किए थे. इस मामले में 2 टीचर्स की गिरफ्तारी हो चुकी है.

आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बेंदा ने बताया कि उन्होंने बुधवार को आदमपुर एरिया के जिस स्कूल का यह मामला है, वहां विजिट की है. इस बीच बच्चों से भी बातचीत की और अलग—अगल पहलुओं पर समीक्षा की. ज्योति बेंदा ने बताया कि स्कूल की विजिट पर कई खामियां उजागर हुई है. उन्होंने बताया कि स्कूल में एसएमसी कमेटी नहीं थी, ना ही पोक्सो एक्ट कमेटी थी.

इतना ही नहीं स्कूल परिसर में पूरे सीसीटीवी कैमरे भी नहीं थे. आदमपुर एरिया के स्कूल में 16 साल बाद महिला टीचर की नियुक्ति होने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जब इस बारे में ही ज्योति बेंदा से बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि ऐसे प्रदेश में और कितने ऐसे स्कूल हैं,जहां महिला टीचर्स की नियुक्ति रिक्त है. उनके बारे में भी जल्द बाल सरंक्षण आयोग की तरफ से प्रदेश के शिक्षा विभाग से रिपोर्ट ली जाएगी.

बाल सरंक्षण आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बेंदा ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर सरकार के पास सिफारिशे भेजी जाएगी, ताकि और बच्चों के साथ इस प्रकार का वाक्या ना हो पाएं.इतना ही नहीं, हरियाणा के हर स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरों की मॉनीटरिंग को लेकर भी विशेष निर्देश बाल सरंक्षण आयोग की तरफ से दिए जाएंगे.

40 बच्चों की काउंसलिंग वही हो, पुराना स्टाफ भी जांच के दायरे में
इस पूरे प्रकरण को लेकर कैसे-कैसे घटनाक्रम हुआ, इस बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए स्कूल के मुख्याध्यपक भी बाल सरंक्षण विभाग की चेयरपर्सन ज्योति बेंदा के सामने पेश हुए. उन्होंने बताया कि उन्होंने अगस्त में ही चार्ज संभाला है, स्कूल की एक महिला टीचर और कंप्यूटर टीचर के बीच किसी बात को लेकर सामने आए विवाद के बाद पूरा मामला खुलता चला गया.

उन्हें जैसे ही पूरे प्रकरण का पता चला तो उन्होंने इस मामले में आगामी कार्रवाई कर दी. पूरा मामला बाल सरंक्षण आयोग की अधिकारी सुनीता यादव द्वारा बच्चों की काउंसलिंग के वक्त खुल गया. पूरी बात सुनने के बाद ज्योति बेंदा ने इस बारे अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिए. साथ ही पुलिस के लिए भी हिदायते जारी की है.

ज्योति बेंदा ने कहा कि बच्चों को काउसंलिंग या फिर इस पूरे प्रकरण के इंवेस्टिगेशन के लिए बच्चों को हिसार नहीं लाया जाएगा. काउंसलिंग इत्यादि के लिए वहीं विभाग व्यवस्था करेगा. साथ में ज्योति बेंदा ने इस स्कूल में पुराने शिक्षकों के बारे में भी विशेष बात कही.

उन्होंने कहा कि क्राइम की जानकारी होकर उसके बारे में उजागर ना किये जाना यह भी अपराध है. जिस तरह से बताया जा रहा है कि स्कूल में टीचर्स अगर पुराने स्टाफ के होते समय भी ऐसा कर रहे थे, तो उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. वो भी जांच के दायरे में ही आते है.

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