तनाव और कोरोना आपके दिल पर भारी! क्या सीने का हर दर्द हार्ट अटैक है?
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तनाव और कोरोना आपके दिल पर भारी! क्या सीने का हर दर्द हार्ट अटैक है?

आपको ऐसे लोग तो हर जगह मिल जाएंगे जो हाल चाल पूछने पर ये कहते हैं कि वो पूरी तरह ठीक हैं. लेकिन आपको ऐसे लोग नहीं मिलेंगे जो ये कहने की हिम्मत कर सकें कि वो परेशान हैं. यानी आज के दौरान परेशान हूं बोलना भी बहुत मुश्किल काम हो गया है.

तनाव और कोरोना आपके दिल पर भारी! क्या सीने का हर दर्द हार्ट अटैक है?

नई दिल्ली: आज World Heart Day यानी विश्व हृदय दिवस है. पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हृदय रोगों की वजह से होती हैं, इसलिए आपको अपने हृदय के स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. भारत में 50 प्रतिशत लोगों को हार्ट अटैक 50 वर्ष की उम्र से पहले आ जाते हैं, जबकि 25 फीसदी लोगों को 40 साल का होने से पहले ही हार्ट अटैक आ चुका होता हैं.

  1. दिल की बीमारी से कैसे करें बचाव?
  2. 20 साल में बढ़े 30 फीसदी मामले
  3. हार्ट अटैक के खतरे को कैसे पहचानें?

देश में हृदय रोग से 28% मौतें

हार्ट अटैक का खतरा हमारे और आपके इतना करीब है लेकिन फिर भी हम सोचते हैं कि दिल की बीमारियों के बारे में 60 वर्ष के बाद ही सोचेंगे, क्योंकि इसे बुढ़ापे की बीमारी माना जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक भारत के शहरों में रहने वाले 12 प्रतिशत और गांवों में रहने वाले 8 प्रतिशत लोगों को दिल की कोई ना कोई बीमारी है.

भारत में होने वाली कुल मौतों में से 28 प्रतिशत की वजह भी हृदय रोग हैं. हर साल भारत में 20 लाख से ज्यादा लोग हार्ट अटैक से मारे जाते हैं. पिछले 20 वर्षों में भारत में दिल की बीमारी के मामले 30 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं.

स्मोकिंग और हाई बीपी बड़ी वजह

भारतीयों में हृदय रोगों के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है. इसके अलावा स्मोकिंग, शराब पीना और ज्यादा जंक फूड खाने की वजह से भी हृदय रोग होते हैं. लेकिन इनके साथ ही अब Stress यानी तनाव भी दिल की बीमारियों की बड़ी वजह बन रहा है.

भारत में वर्ष 2019 में 7 महानगरों में हुए एक सर्वे में पाया गया था कि 30 से 40 साल के 57 प्रतिशत युवाओं में तनाव की वजह से दिल की बीमारी हो रही हैं, जबकि 30 से 40 वर्ष के 55 प्रतिशत युवा 7 घंटे से भी कम की नींद ले रहे हैं और ये भी इसकी एक बड़ी वजह है. लेकिन सच्चाई ये है कि आज के जमाने में लोग इसे स्वीकार नहीं करते.

आपको ऐसे लोग तो हर जगह मिल जाएंगे जो हाल चाल पूछने पर ये कहते हैं कि वो पूरी तरह ठीक हैं. लेकिन आपको ऐसे लोग नहीं मिलेंगे जो ये कहने की हिम्मत कर सकें कि वो परेशान हैं. यानी आज के दौरान परेशान हूं बोलना भी बहुत मुश्किल काम हो गया है.

तनाव भी हार्ट अटैक की एक वजह 

दिल्ली के आंकड़े बताते हैं कि 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को व्यायाम ना करने की वजह से दिल की बीमारी का खतरा बना हुआ है. अगर आपको कुछ देर के लिए भी बहुत तनाव होता है तो ये हार्ट अटैक की वजह बन सकता है और अगर आप लगातार कई दिनों तक तनाव में रहते हैं तो हृदय की धमनियों में सूजन आने लगती है. इससे इनमें खून के थक्के जम जाते हैं.

अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) की एक रिसर्च के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर या स्मोकिंग से दिल को जितना नुकसान होता है उतना ही नुकसान तनाव की वजह से हो सकता है. इसके अलावा आपके दिल के नए दुश्मन हैं, कोरोना वायरस और वायु प्रदूषण.

वायु प्रदूषण से बढ़ा खतरा

Medical Journal The Lancet की एक रिपोर्ट के मुताबिक वायु प्रदूषण की वजह से दुनिया भर में 40 लाख मौतें हो जाती हैं और इनमें 60 प्रतिशत लोगों को दिल की बीमारियां होती हैं. हवा में मौजूद धूल के बारीक कण हृदय की धमनियों में जमा हो जाते हैं और इससे भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.

इसके अलावा एक स्टडी में पता चला कि कोरोना वायरस दिल के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक साबित हुआ है. ये भी देखने में आया है कि जो लोग दिल के मरीज नहीं हैं, उनके हृदय पर भी कोरोना संक्रमण की वजह से बुरा असर पड़ा है.

कैसे करें हार्ट अटैक की पहचान?

अगर आपको सीने में दर्द हो रहा है लेकिन आपको पता नहीं है कि ये दिल की बीमारी की वजह से है या किसी और वजह से तो आपको क्या करना चाहिए? अगर अचानक सीने में तेज दर्द उठे और फिर रुक जाए तो ये दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है. आमतौर पर लगातार कई घंटों तक लगातार बने रहने वाला दर्द, हार्ट अटैक का सिग्नल नहीं होता.

अगर चलने पर दर्द हो और आराम करने पर रुक जाए तो ये भी हृदय रोग की तरफ इशारा करता है. आपको शक है कि आपको हार्ट अटैक आया है तो डॉक्टर तक पहुंचने से पहले आप Aspirin खा सकते हैं. इसके अलावा कपड़ों को थोड़ा ढीला कर दें और लेट जाएं. कोशिश करें कि ऐसी जगह जाएं जहां ECG, Echo Cardiogram और Angiography जैसे टेस्ट हो सकते हों.

कमर का साइज भी है संकेत

आपका ब्लड प्रेशर अगर ज्यादा है या आपके ब्ल्ड प्रेशर के बीच का अंतर ज्यादा है तो भी आपको खतरा है. आपका ब्लड प्रेशर 80/120 होना चाहिए. हालांकि 90/130 के ब्लड प्रेशर को भी अब सामान्य माना जाता है.

आपकी कमर का साइज भी हृदय रोगों के बारे में बता सकता है. पुरुषों में 36 इंच और महिलाओं में 32 इंच से ज्यादा कमर हृदय रोगों का कारण बन सकती है, यानी आपको मोटापा घटाना होगा.

कैसे टाल सकते हैं खतरा

अगर आप हफ्ते में कम से कम 5 दिन, 20 से 25 मिनट तेज गति से Walk करते हैं या हल्का फुल्का व्यायाम भी करते हैं तो आप हार्ट अटैक के खतरे को टाल सकते हैं. इसके अलावा स्मोकिंग ना करें और तनाव भी ना लें. कम नमक और कम तेल वाला ताजा भोजन आपके हृदय के लिए अच्छा है. 

हमने आपको जो तरीके बताए हैं वो कम से कम मेहनत वाले हैं. आज वर्ल्ड हार्ट डे है लेकिन ये आदतें आपको रोज अपनानी होंगी, तभी आपकी उम्र 55 की होने पर भी दिल बचपन का होगा और आप Young At Heart रह पाएंगे.

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