केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जो रिपोर्ट जारी की उसके मुताबिक 1973 में देश में सिर्फ 9 टाइगर रिजर्व थे. जिनकी संख्या अब बढ़कर 50 हो गई है.
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नई दिल्ली: आज विश्व बाघ दिवस (International Tiger Day) है और भारत के लिए अच्छी और गर्व करने वाली खबर है. विश्व में बाघों की लगभग 70 फीसदी आबादी भारत में रहती है. पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में 2967 बाघ हैं, जबकि पूरी दुनिया में केवल 3900 बाघ ही बचे हैं.
आपको याद होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) हमेशा ये कहते हैं कि भारत पर्यावरण को बचाने में हमेशा से आगे रहा है क्योंकि जंगलों और जानवरों को बचाना भारत के संस्कारों में शामिल है. आज विश्व बाघ दिवस पर भारत गर्व के साथ पूरी दुनिया को ये बता सकता है कि पूरी दुनिया के 70% बाघ हिंदुस्तान में हैं. जी हां ये आंकड़ा देखकर आपको भी यकीनन अच्छा महसूस हो रहा होगा कि पूरी दुनिया के 70% बाघ भारत में हैं
बाघों से जुड़े कुछ तथ्य
- दुनिया के 70% बाघ भारत में हैं
- दुनिया में करीब 4200 बाघ हैं और 2018 के टाइगर सेंसस के मुताबिक भारत में 2967 बाघ हैं
- देश में सबसे ज्यादा 526 बाघ मध्य प्रदेश में हैं
- देश में 12 साल में दो गुना हुई बाघों की संख्या
- भारत में छह साल में 560 बाघों की मौत हुई
दुनिया भर में बाघों को बचाने के लिए बहुत काम हो रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा कामयाबी भारत को मिली है. यही वजह है कि दुनिया के 70 प्रतिशत बाघ भारत में रहते हैं.
2010 में रूस के सेंटपीटर्सबर्ग में बाघों को बचाने के लिए शिखर सम्मेलन हुआ था. इस सम्मेलन में 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी करने का प्रण लिया गया था. भारत ने यकीनन अपने संकल्प को निभा कर दिखाया है.
भारत के संस्कार
बियर ग्रिल्स के साथ जंगल सफारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा था वही दरअसल देश की भावना भी है. भारत के संस्कारों में मारना नहीं है. अभी बाघों की जिंदा प्रजातियों में साइबेरियन टाइगर, बंगाल टाइगर, चाइनीज टाइगर, मलायन टाइगर और सुमात्रन टाइगर हैं. जबकि बाली टाइगर, कैस्पियन टाइगर और जावा टाइगर की प्रजाति विलुप्त हो चुकी है. पर्यावरण के संरक्षण की शिक्षा दरअसल भारत में घर-घर से मिलती है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी ऐसा ही एक किस्सा बियर ग्रिल्स के साथ साझा किया था.
बाघों पर सर्वे
बाघों के संक्षरण के लिए भारत कितना गंभीर है उसकी एक झलक हाल में बने वर्ल्ड रिकॉर्ड से भी मिलती है. भारत में 2018 में बाघों पर किया गया सर्वे गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है. ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन की ओर से बाघों पर किया गया ये दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे साबित हुआ है.
ये सर्वे 1 लाख 21 हजार 337 वर्ग किमी में किया गया. इसमें 26 हजार 760 जगहों पर अलग-अलग लोकेशन पर कैमरे लगाए गए. इनसे वन्यजीवों के 3.5 करोड़ से ज्यादा फोटो लिए गए. इनमें से 76 हजार 651 फोटो बाघ के और 51 हजार 777 फोटो तेंदुए के हैं.
पर्यावरण मंत्री ने जारी की रिपोर्ट
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जो रिपोर्ट जारी की उसके मुताबिक 1973 में देश में सिर्फ 9 टाइगर रिजर्व थे. जिनकी संख्या अब बढ़कर 50 हो गई है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा 1 हजार 492 बाघ तीन राज्य मध्य प्रदेश, कर्नाटक और उत्तराखंड में हैं. सिर्फ बाघ ही नहीं बल्कि भारत के पास 30 हजार हाथी, 3 हजार एक सींग वाले गैंडे और 500 से ज्यादा शेर हैं.
यानी भारत ने लक्ष्य से चार साल पहले ही बाघों की संख्या दोगुना करने का संकल्प पूरा किया है. तो गर्व कीजिए की हमारे देश में पूरी दुनिया की आबादी के 70% बाघ रहते हैं.