Kalyan Singh के बेटे राजवीर सिंह ने कहा- मौत से पहले बाबू जी ने किए रामलला के मंदिर के दर्शन
Advertisement

Kalyan Singh के बेटे राजवीर सिंह ने कहा- मौत से पहले बाबू जी ने किए रामलला के मंदिर के दर्शन

दिवंगत कल्याण सिंह (Kalyan Singh) की अस्थियों का गुरुवार को अयोध्या की सरयू नदी (Saryu River) में विसर्जन किया गया. इस दौरान अयोध्या के तमाम लोगों ने पूर्व सीएम को अपनी श्रद्धांजलि दी.

पूर्व सीएम कल्याण सिंह की अस्थियों का सरयू नदी में किया गया विसर्जन

मनमीत गुप्ता, अयोध्या: अयोध्या की राम गंगा कही जाने वाली पवित्र सरयू नदी (Saryu River) में राम भक्त कल्याण सिंह (Kalyan Singh) हमेशा के लिए विलीन हो गए. उनके पुत्र राजवीर सिंह (Rajveer Singh Raju) ने गुरुवार को उनकी अस्थियों का विसर्जन किया. इस दौरान कल्याण सिंह के पौत्र और योगी सरकार में राज्यमंत्री संदीप सिंह समेत पूरा परिवार मौजूद रहा. 

  1. ये थे दिवंगत कल्याण सिंह के आखिरी शब्द
  2. अचेत अवस्था में किए रामलला के दर्शन
  3. गुरुवार को सरयू में हुआ अस्थि विसर्जन

ये थे दिवंगत कल्याण सिंह के आखिरी शब्द

दिवंगत राजनेता कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के पुत्र राजवीर सिंह राजू (Rajveer Singh Raju) ने जी मीडिया से खास बातचीत में बड़ा खुलासा किया. राजवीर सिंह राजू ने बताया कि आईसीयू में भर्ती रहने के दौरान पिता कल्याण सिंह ने उन्हें कहा, 'मैंने रामलला के मंदिर का दर्शन कर लिए हैं. जब से मैं मंदिर से आया हूं, मेरे पेट में गैस बन रही है. उसके बाद बाबूजी कुछ नहीं बोले.'

अचेत अवस्था में किए रामलला के दर्शन

राजवीर सिंह (Rajveer Singh Raju) ने कहा, 'यही उनके लास्ट वर्ड थे और फिर उनको भगवान ने अपने पास बुला लिया. कुछ देर मैं आश्चर्यचकित रहा. मैंने डॉक्टरों से पूछा कि क्या बाबू जी हॉस्पिटल के किसी मंदिर में गए थे. डॉक्टर ने बताया कि नहीं वह तो अचेत अवस्था में थे. फिर मैंने उन्हें बताया कि कुछ देर के लिए बाबूजी को चेतना आई थी और उन्होंने राम मंदिर के दर्शन किए जाने का जिक्र किया.' 

गुरुवार को सरयू में हुआ अस्थि विसर्जन

राजवीर सिंह राजू (Rajveer Singh Raju) ने कहा कि सशरीर जीते जी वे अयोध्या (Ayodhya) नहीं आए लेकिन उनकी अस्थियां आज वह लेकर आए हैं. अयोध्या आकर उनको बहुत गर्व हो रहा है. वह जहां से भी देख रहे होंगे, बहुत खुश होंगे. राजवीर सिंह राजू ने अयोध्या की जनता का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि भगवान राम ने मंदिर निर्माण के लिए बाबूजी को भेजा था. भगवान राम का कार्य पूरा हो गया. इसलिए उन्होंने उन्हें वापस अपने पास बुला लिया.

अयोध्या की जनता ने दी श्रद्धांजलि

सरयू नदी में दिवगंत कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का अस्थि कलश अयोध्या (Ayodhya) के सरयू घाट पहुंचा. जहां बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं, साधु-संतों और अयोध्या की जनता ने जय श्रीराम के नारे लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद राजबीर सिंह एक नाव के जरिए परिवार समेत  सरयू नदी के बीच की धारा में गए और उनके अस्थि कलश को पानी में विसर्जित कर दिया. 

ये भी पढ़ें- पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व सीएम Kalyan Singh, बेटे राजवीर ने दी मुखाग्नि

'लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे जीवित'

विसर्जन के बाद राजवीर सिंह राजू (Rajveer Singh Raju) ने पूरे परिवार के साथ रामलला के दर्शन किए. वहीं कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के पौत्र और योगी सरकार में राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि बाबू जी शारीरिक रूप से साथ नहीं लेकिन हम सबके दिलों में सदैव जीवित रहेंगे. बाबू जी ने पूरा जीवन रामलला के लिए समर्पित किया. अब सरयू मां में बाबूजी की अस्थियां विसर्जित कर परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया है. 

LIVE TV

Trending news