गुजरात नगरपालिका चुनाव नतीजे, जीत के बावजूद बीजेपी को नुकसान
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गुजरात नगरपालिका चुनाव नतीजे, जीत के बावजूद बीजेपी को नुकसान

निकाय चुनाव में बीजेपी की ओर से 1934, कांग्रेस की ओर से 1783 उमीदवार मैदान में थे. 1793 निर्दलीय उमीदवार भी चुनावी मैदान में थे.

गुजरात में 17 फरवरी को 74 नगरपालिकाओं के लिए हुई थी वोटिंग (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: गुजरात की 75 नगरपालिकाओं के लिए हुई वोटिंग के नतीजे आज (सोमवार) आएंगे. सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरु हो चुकी है. 75 में नगरपालिका के नतीजे आ चुके हैं. इस बार के नतीजों में बीजेपी को झटका लगा है. 16 नगरपालिका कांग्रेस ने बीजेपी से छीन ली है. अभी तक के नतीजों में 43 नगरपालिका में बीजेपी तो वहीं 27 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. 5 नगरपालिका में निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है. पीएम मोदी के गृह नगर वडनगर में बीजेपी ने 28 में 27 सीटें जीतकर कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है. 

  1. गुजरात की 74 नगरपालिकाओं, दो जिला पंचायत में हुई थी वोटिंग
  2. जाफराबाद नगरपालिका की सभी 28 सदस्यों की निर्विरोध चुना गया 
  3. दाहोद में सबसे ज्यादा और राजकोट में सबसे कम वोटिंग हुई थी

सुरेंद्र नगर में बीजेपी का फायदा
गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 3 सीटें मिली थी. वहीं इस बार के नगरपालिका चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. 30 नगरपालिका सीटों पर बीजेपी का कब्जा हुआ है. 13 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. जबकि एक सीट पर एनसीपी प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है.

जूनागढ़ में कांग्रेस का दबदबा कायम
जूनागढ़ में 6 में 5 नगरपालिकाओं में कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है. बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनावों के दौरान जूनागढ़ सीट पर कांग्रेस ने 32 साल बाद जीत दर्ज की थी.

साबरकांठा में 4 नगरपालिका का परिणाम आ गया है. जिसमें से 

भगवान कृष्ण की नगरी द्वारका में भी बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की है. वहीं टाटा के नैनो प्लांट से चर्चा में आए गुजरात के साणंद में भी भगवा रंग चढ़ा दिखा. लौहपुरुष सरदार पटेल की जन्मस्थली  करमसद और एनसीपी के प्रभुत्व वाली कुतियाणा नगरपालिका में भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस ने धीरुभाई अंबानी के गांव चोरवाड और जूनागढ के वंथली में जीत दर्ज की है.

अमरेली की 3 में दो नगरपालिका में बीजेपी ने जीत दर्ज की है वहीं कांग्रेस के खाते में एक नगरपालिका गई है. पोरबंदर की चोरवाड नगरपालिका में कांग्रेस का कब्जा हो गया है. पीएम मोदी के गृहनगर वडनगर में बीजेपी ने जीत दर्ज की है. छाया नगरपालिका में 16 बीजेपी, 12 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है.

सीएम रूपाणी के गढ़ में बची लाज
गुजरात के सीएम विजय रूपाणी के गढ़ राजकोट की 5 नगरपालिकाओं में 3 बीजेपी और 2 पर कांग्रेस ने कब्जा किया है.  2017 के विधानसभा चुनावों में राजकोट जिले की 7 सीटों में से 4 पर बीजेपी ने कब्जा किया था. जबकि 3 सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी. इस जिले की राजकोट वेस्ट सीट से विजय रूपाणी विधायक हैं.

द्वारका में कांग्रेस की किरकिरी 
द्वारका जिले की 3 नगरपालिकाओं में से 2 में बीजेपी ने जीत हासिल की है. कांग्रेस के खाते में एक नगरपालिका आई है. वहीं द्वारका नगरपालिका की बात करें तो 27 में 25 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है जबकि बाकि सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. कांग्रेस का यहां खाता भी नहीं खुला है.

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बता दें कि गुजरात की 75 नगरपालिका के लिए चुनाव होना था लेकिन एक नगरपालिका में निर्विरोध उम्मीदवार का चयन हो गया. अमरेली जिले की जाफराबाद नगरपालिका की सभी 28 सदस्यों की निर्विरोध चुन लिया गया है.

बीजेपी को हुआ नुकसान
इस चुनाव में बीजेपी अपना प्रदर्शन बरकार रखना चाहेगी तो वहीं कांग्रेस की रणनीति विधानसभा चुनाव की तरह ही करने की होगी. क्योंकि राज्य की 75 नगरपालिकाओं में से 59 में बीजेपी का कब्जा था. वहीं इस बार बीजेपी का प्रदर्शन पहले से खराब रहा है. पार्टी को 59 की जगह 43 नगरपालिकाओं से ही संतोष करना पड़ा है.

कांग्रेस को हुआ 16 नगरपालिकाओं का फायदा
पिछली बार कांग्रेस पार्टी ने 75 नगरपालिकाओं में से 11 सीटें जीती थी. इस बार उसे बड़ा फायदा होता दिखा. कांग्रेस ने 75 में से 27 नगरपालिकाओं पर अपना कब्जा जमाया. 

दाहोद में हुआ था सबसे ज्यादा मतदान
बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद निकाय के लिए 17 फरवरी को 74 नगरपालिकाओं, दो जिला पंचायत, 17 तालुका पंचायत और करीब 1400 ग्राम पंचायतों में शांतिपूर्ण वोटिंग संपन्न हुई थी. दाहोद में सबसे ज्यादा 76.67 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं राजकोट में सबसे कम 50.17 प्रतिशत मतदान हुआ था. 

निकाय चुनाव में बीजेपी की ओर से 1934, कांग्रेस की ओर से 1783 उमीदवार मैदान में थे. 1793 निर्दलीय उमीदवार भी चुनावी मैदान में थे. इन चुनावों के लिए कुल 2763 मतदान केंद बनाए गए थे जिसमें से 530 को संवेदन और 95 अति संवेदनशील घोषित किया गया था. 15,000 से ज्यादा मतदानकर्मियों को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया था. 

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साल 2016 में गुजरात की 123 नगरपालिकाओं में हुए चुनाव में बीजेपी ने 107 सीटों पर कब्जा किया था. लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा है हालांकि वह राज्य की सत्ता की चाबी अपने हाथ में रखने में कामयाब हुई लेकिन 22 सालों में पहली बार कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी. 

हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में हार्दिक, अल्पेश और जिग्नेश की तिकड़ी अपना बहुत ज्यादा असर दिखाने में कामयाब नहीं हुई थी. हालांकि बीजीपे के लिए तीनों ने खासी मुश्किल खड़ी की थी और चुनाव जीतने के लिए बीजेपी को ऐड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ा था. इस तिकड़ी का कमाल था कि बीजेपी 100 सीटें भी हासिल नहीं कर पाई. वैसे तो निकाय चुनाव स्थानीय मु्द्दों के आधार पर लड़े जाते हैं. देखना होगा कि बीजेपी का कितना अच्छा प्रदर्शन करती है.

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